महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 20 नवंबर बुधवार को होगी। विधानसभा की सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। वहीं नतीजा 23 नवंबर को सामने आएगा। यहां हम बात कर रहे हैं राज्य में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की। जिसमें सबसे ज्यादा दावेदार कांग्रेस पार्टी में हैं। कांग्रेस में ऐसे चार चेहरे अब तक सामने आ चुके हैं, जिन्हें सीएम फेस का दावेदार माना जा रहा है। जबकि भाजपा में 2 और शरद पवार की पार्टी में भी दो ऐसे चेहरे हैं, जो CM पद के दावेदार हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ऐसा पहली बार हो रहा है जब राज्य में चुनाव से पहले ही CM पद के करीब एक दर्जन मजबूत दावेदारों के नाम सामने आ चुके हैं, हालांकि चुनाव परिणाम के बाद क्या हालात बनते हैं, यह 23 नवंबर के बाद पता चलेगा।
- कांग्रेस की ओर से 4 दावेदार
- BJP—NCP में दो-दो नेता सीएम के दावेदार
- सीएम पद के लिए सबसे अधिक कांग्रेस में दावेदार
- महाराष्ट्र में है विधानसभा की 288 सीट
- बहुमत के चाहिए 145 सीट
- सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों की जरूरत
- महायुति की ओर से बीजेपी, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित)
- मैदान में शिवसेना (उद्धव), एनसीपी (शरद) और कांग्रेस
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दंगल में पहली बार आधा दर्जन बड़ी पार्टियों की ओर से मुख्यमंत्री के पद के करीब एक दर्जन उम्मीदवार हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा कांग्रेस में CM पद के उम्मीदवार हैं। देश की सबसे ओल्ड ग्रैंड पार्टी कांग्रेस में अब तक ऐसे चार चेहरे सामने आ चुके हैं, जो कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं शरद पवार की पार्टी NCP में दो ऐसे नेता हैं जो मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं और BJP में भी ऐसे दो चेहरे हैं। जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे भविष्य में मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
शिंदे को फिर महाराष्ट्र का ‘नाथ’ बनने की उम्मीद
कांग्रेस, भाजपा और एनसीपी के अलावा दूसरी पार्टियों के तीन ऐसे चेहरे हैं, जो खुलकर मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा भी जाहिर कर चुके हैं। जिनमें मौजूदा CM एकनाथ शिंदे, अजित पवार और उद्धव ठाकरे के नाम शामिल हैं। मौजूदा CM एकनाथ शिंदे एक बार फिर CM पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। महाराष्ट्र की करीब 80 विधानसभा सीटों पर शिवेसना शिंदे चुनाव लड़ रही है। साल 2022 में एकनाथ शिंदे ने अपने गुट को साथ में लेकर जब बगावत की थी उस समय उनके साथ महज 40 विधायक थे। इसके बाद भी बीजेपी ने मुख्यमंत्री की कुर्सी शिंदे को सौंप दी थी। सियासी गलियारों में चर्चा है कि इस बार भी अगर कुछ इस तरह का सियासी समीकरण बनता है तो एकनाथ शिंदे फिर सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।
कई बार CM बनने की तमन्ना जता चुके हैं अजीत पवार
महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभाल रहे अजित पवार कई मौकों पर मुख्यमंत्री बनने की अपनी मंशा सार्वजनिक मंच से इच्छा जाहिर कर चुके हैं। अजित पवार ने पिछले दिनों कहा था कि वे उप मुख्यमंत्री से आगे बढ़ ही नहीं पा रहे हैं, जबकि अपने चाचा शरद पवार से उन्होंने मुख्यामंत्री बनने के लिए ही बगावत की थी।
शिवसेना (UBT) मुखिया भी इस रेस में शामिल
साल 2019 में जब शरद पवार और कांग्रेस का समर्थन हासिल कर महाराष्ट्र में महाविकास अघाडी सरकार बनी थी उस समय उद्धव ठाकरे को ही मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी गई थी। ऐसे में शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे की फिर मुख्यमंत्री बनने की लालसा जाग उठी है। वे भी मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना यूबीटी कई बार इंडिया गठबंधन के दलों के सामने अपने नेता उद्धव को सीएम फेस घोषित करने की मांग भी कर चुकी है।
बीजेपी में रेस- फडणवीस और तावड़े CM फेस!
महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी को दो धड़ों में बांटने वाली बीजेपी वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़े दल के रुप में चुनाव मैदान में उतरी है। उसकी ओर से शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर सीएम पद केलिए रेस में हैं। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सरकार बनने की स्थिति में बीजेपी की ओर से फडणवीस सीएम बन सकते हैं। पिछले दिनों बीजेपी प्रदेश कार्यालय में फडणवीस से जुड़े एक पोस्टर ने भी मजकर सुर्खियां बटोरी थी। बीजेपी की सरकार बनने और फडणवीस के नाम पर आम सहमति न होने के स्थिति में कहा जा रहा है कि विनोद तावड़े को भी मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी जा सकती है। पूर्व मंत्री विनोद तावड़े फिलहाल बीजेपी में राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
शरद को पावर मिला तो ये बनेंगे सीएम!
शरद पवार एनसीपी (शरद) के मुखिया हैं, उनके नाम को छोड़ दिया जाए तो उनकी पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए दो बड़े दावेदार चेहरे हैं। पहला नाम शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का है, तो दूसरा नाम जयंत पाटिल का सामने आ रहा है। सुप्रिया सुले को शरद पवार की बेटी होने का लाभ तो मिलेगा ही वे एनसीपी (शरद) की कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। बता दें शरद पवार के भतीजे और शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम अजित पवार ने एक बार एक सियासी रैली में कहा था कि वे इसलिए महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री नहीं बन पाया क्योंकि वे किसी बड़े नेता की संतान नहीं थे। एनसीपी (शरद) गुट से दूसरा चेहरा जयंत पाटिल का है। उनकी दावेदारी को हाल ही में स्वयं शरद पवार ने हवा दी है। एक चुनावी रैली में शरद पवार ने कहा था कि वे चाहते हैं कि जयंत को बड़ी जिम्मेदारी मिले वे इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए तैयार रहें।
कांग्रेस में एक अनार चार दावेदार!
देश की सबसे पुरान पार्टी कांग्रेस में इस समय महाराष्ट्र के CM पद के सबसे ज्यादा चार दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। जिनमें पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के बाद विजय वडेट्टीवार, पृथ्वीराज चव्हाण और बाला साहेब थोराट का नाम प्रमुख रुप से लिया जा रहा है। पृथ्वीराज चव्हाण पहले भी महाराष्ट्र के सीएम रह चुके हैं। वे वर्तमान में भी विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे नाना पटोले मुख्यमंत्री पद के फ्रंटरनर हैं। नाना पटोले बार बार कहते रहे हैं कि सबसे ज्यादा सीट जीतने वाले दल का ही CM होगा। वे इस फॉर्मूले को सबसे ज्यादा रट रहे हैं। बता दें नाना पटोले महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। जबकि बाला साहेब थोराट पार्टी हाईकमान के करीबी माने जाते हैं। जब सीट शेयरिंग को लेकर पेच फंसा था, उस समय पार्टी हाईकमान के कहने पर कांग्रेस की ओर से थोराट को ही आगे किया गया था। महाराष्ट्र में कांग्रेस की ओर से मजबूत ओबीसी चेहरा माने जाने वाले विजय वडेट्टीवार फिलहाल राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर शिंदे सरकार को कई बार चुनौती दे चुके हैं। कांग्रेस की ओर से उन्हें भी मुख्यमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
(प्रकाश कुमार पांडेय)