देश मे इस समय द केरल स्टोरीज फिल्म की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. जहां बीजेपी इस फिल्म को केरल की सच्चाई बता रही है , वहीं कांग्रेस और लेफ्ट फ्रंट इस फिल्म को मुस्लिमों के खिलाफ प्रोपेगेंड़ा बताकर बैन करने की मांग कर रहे थे. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था, जहां कोर्ट ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया था, इसके बाद मामला केरल हाईकोर्ट पहुंचा जहां कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर बैन लगाने की मांग को ठुकरा दिया. फिल्म का ट्रेलर 26 अप्रैल को रिलीज हुआ था, जिसके बाद से ही इस फिल्म के ऊपर विवाद खड़ा हो गय़ा है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक चुनावों में इस फिल्म का ज्रिक कर चुके है. तो आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है जिसे लेकर इतना विवाद छिड़ गया है , चलिए जानते है.
क्या है फिल्म की कहानी ?
द केरल स्टोरीज की स्टोरी शालिनी उन्नीकृष्णन नाम की हिंदु महिला पर है , जो अपने चार अन्य दोस्तों के साथ हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती है. उनके साथ पढ़ाई करने वाली एक दोस्त उनका ब्रेनवॉश करती है, जिसके चलते वे इस्लाम अपना लेती है और आतंकवादी बन जाती है..ट्रेलर में बताया गया है कि कैसे हिंदु लड़कियों को टारगेट कर आईएसएस में भर्ती कराया जाता है. स्टोरी शालिनी की जिंदगी के इर्द गिर्द भुनी गई है. आपको बता दें कि फिल्म को सुदीप्तो सेन ने डायरेक्ट किया है वहीं विपुल अमृतलाल शाह इसके प्रोड्यूसर हैं. फिल्म शुक्रवार को रिलीज हो गई है. द केरल स्टोरीज को पब्लिक से अच्छा सपोर्ट मिल रहा है. पहले दिन द केरल स्टोरीज ने 8 करोड़ की कमाई की है.
क्यो उठ रहा है फिल्म पर विवाद ?
फिल्म को कांग्रेस और लेफ्ट द्वारा मुस्लिमों के खिलाफ प्रोपेगेंडा बता रहे है. कांग्रेस और लेफ्ट फिल्म के डायरेक्टर के आंकड़ो पर भी सवाल उठा रहे है , जिसमें उन्होंने बताया है कि केरल से लगभग 32,000 लड़कियों ने आईएसएस ज्वॉइन की थी. हालांकि फिल्म की एक्ट्रेस अदा शर्मा का कहना है कि फिल्म में बताया गया आंकड़ा बिलुकल सही है, वे खुद उन लड़कियों से मिल चुकी है जिन्होंने इस डरावनी कहानी को जिया है. फिल्म किसी धर्म के खिलाफ नहीं है , बल्कि आतंकवाद के खिलाफ है. वहीं केरल कांग्रेस नेता और केरल में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा, है कि ‘फिल्म झूठ का पुलिंदा है, जिससे केरल को बदनाम करने का काम किया जा रहा है.
क्या है सच्चाई ?
समय समय पर कई मीडिया रिपोर्ट्स जारी होती रहती है , जो बताती है कि उस दौरान कई हिंदु और क्रिश्चियन लड़कियां गायब हुई है. हालांकि लड़कियों के आंकड़े पर अभी भी कुछ साफ तौर पर सामने नहीं आया है. 2016 में बीबीसी ने एक रिपोर्ट जारी की थी , जिसके अनुसार केरल के 21 लोगों ने आईएसएस में शामिल होने के लिए देश छोड़ दिया था. उनमें से कई लड़कियों ने शादी के पहले इस्लाम भी कबूल कर लिया था. रिपोर्ट में यह भी सामने आया था कि देश छोड़ते वक्त कई लड़कियां पहले से ही गर्भवती थी.