कश्मीर विधानसभा चुनावः युवाओं के सहारे राज्य में बीजेपी चढ़ेगी चुनावी घाटी… जाने क्या है बीजेपी का चुनावी प्लान…
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है और बीजेपी के साथ दूसरे सभी दलों ने चुनावी तैयारियां तेज कर दी है इस बार बीजेपी घाटी में गैर सियासी परिवार से ताल्लुक रखने वाले युवाओं को अपना प्रत्याशी बनाने की योजना पर काम कर रही है।
- 90 विधानसभा सीटों पर सियासी हलचल
- बीजेपी युवाओं को देगी ज्यादा से ज्यादा टिकट
- अनुच्छेद 370 हटाने के बाद बीजेपी का युवाओं पर भरोसा
- सामाजिक सरोकारों से जुड़े युवाओं की बनाई जा रही सूची
लोकसभा 2024 के हिसाब से राज्य की 90 विधानसभा सीटों में जेकेएनसी 36, भाजपा 29, कांग्रेस 07, जेकेपीसी 01, पीडीपी 05 अन्य 12 सीट में आगे हैं। दरअसल बीजेपी का दावा है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में युवा को मौके मिले हैं। उनके हाथ में पत्थर की जगह अब सरकार ने लैपटॉप थमाया है। विकास की मुख्य धारा में युवाओं का अहम योगदान है। ऐसे में पार्टी युवाओं के सहारे घाटी की सियासत को पार करना चाहती है। संभावित प्रत्याशियों के चयन को लेकर विधानसभा सीट के हिसाब से प्रभारी नियुक्त करने पर बीजेपी विचार कर रही है। बता दें चुनाव आयोग पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर चुका है। इसके बाद से ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सभी राज्यों के महासचिवों और पार्टी प्रदेश अध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। बैठक में दोनों राज्यों के चुनाव तैयारियों के साथ चुनावी रणनीति पर भी मंथन किया गया।
एनसी और पीडीपी निष्क्रियता का मिलेगा लाभ
जम्मू कश्मीर के चुनाव में इस बार पार्टी जीत के इरादे से मैदान में उतरेगी। जम्मू क्षेत्र साथ ही घाटी में भी पार्टी चुनाव में पूरी ताकत लगाएगी। विधानसभा चुनाव के लिए के लिए एक अनुभवी नेता को प्रत्याशियों का पैनल तैयार करने जिम्मा सौंपा जाएगा । नेता को यह जिम्मेदारी दी जाएगी वह संबंधित विधानसभा क्षेत्र से दो-तीन ऐसे युवाओं की सूची तैयार करें जिनका परिवार सियासी विरासत ताल्लुक नहीं रखता हो। सामाजिक कार्य ,खेलकूद, कला-संस्कृति के क्षेत्र में सक्रिय लोगों पर पार्टी की निगाह होगी। पार्टी ने घाटी में ऐसे लोगों की सूची भी तैयार की है जिन्हे न सिर्फ केंद्रीय योजनाओं का फायदा मिला है बल्कि उन्होंने कई दूसरे लोगों को भी इस तरह की योजनाओं से जोड़ने में भूमिका निभाई है।
भाजपा महासचिव तरुण चुग कहते हैं कि जम्मू कश्मीर में बड़ी संख्या में ऐसे युवा हैं जो लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में मजबूत विश्वास रखते हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार घाटी की दोनों प्रमुख पार्टी एनसी और पीडीपी चुनाव को लेकर ज्यादा मुखर नजर नहीं आ रही हैं ऐसे में इस बात की संभावना अधिक है कि ज्यादा से ज्यादा ऐसे लोग चुनाव मैदान में उतरेंगे जो में घाटी की पुरानी सियासत को बदल कर विकास विकास के रास्ते पर घाटी को ले जाएंगे।