भोपाल में करनी सेना का आंदोलन और तेज हो चुका है। करणी सेना ने अब ऐलान कर दिया है कि वो बीजेपी को वोट नहीं करेगी। करणी सेना के आंदोलन की अगुवाई कर रहे जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि करणी सेना परिवार से कोई भी बीजेपी को वोट नहीं देगा।
रविवार को शुरू हुआ था आंदोलन
करनी सेना ने आंदोलन की शुरूआत रविवार को की थी। रविवार को करणी सलेना को एक दिन की परमिशन जंबूरी मैदान पर मिली थी लेकिन उसके बाद पुलिस ने आंदोकरियों को उठाने की कोशिश की तो वो सड़क पर धरना देकर बैठ गए। आंदोलनकारियों में महिलाऐं भी शामिल है। आंदोलनकारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इन लोगों को कहना है कि जब तक सरकार मांगे नहीं मान लेगी तब तक वो अनशन करेंगे।प्रर्दशन में शामिल होने प्रदेश भर के अलग अळग जगहों से आए लोग शामिल हैं।
आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग
आंदोलनकारियों ने पूरी 21 सूत्रीय मांगे ऱखी है। इन मांगो में मुख्य तौर पर आर्थिक आधार पर आरक्षण सहित एट्रोसिटी एक्ट में परिवर्तन की मांग की है। इन लोगों का कहना है कि सरकार व्यवस्था बदले नहीं तो हम सत्ता बदल देंगे।
चुनावी साल में आंदोलन बढ़ा सकता है सरकार की मुश्किल
चुनावी साल में सरकार के लिए करणी सेना का आंदोलन मुश्किलें बढ़ा सकता है। 2018 में आर्थिक आधार पर आरक्षण देने औऱ जातिगत आधार पऱ आरक्षण खत्म करने की मांग उठी थी जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता। उसके बाद बीजेपी के हाथ से 2018 में सत्ता चली गई। अब करणी सेना आंदोलन में इस बात को दोहरा रही है कि बीजेपी को वोट नहीं देगे।
करणी सेना के आंदोलन पर कांग्रेस
करऩी सेना के आंदोलन को लेकर कांग्रेस सरकार को घेर रही है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार को ध्यान देना होगा कि इतना बड़ा आंदोलन क्यों हो रहा है। हांलाकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अभी तक करणी सेना को किसी तरह का आश्वासन नहीं दिया।
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