कर्नाटक विधानसभा चुनाव: प्रत्याशी चयन में पिछड़ी बीजेपी अब तक कर रही मंथन,कांग्रेस के 166 प्रत्याशी आए सामने

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कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी जहां प्रत्याशी चयन में पिछड़ती नजर आ रही है। यहां बीजेपी की ओर ​अब तक एक भी प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं किया जा सका है वहीं कांग्रेस प्रत्याशियों की दो सची जारी हो चु​की है। जिसमें कांग्रेस के 166 उम्मीदावारों के नाम घोषणा हो चुकी है। मंथन के बीच बीजेपी नेता एक बार फिर बैठक करने जा रहे हैं। इससे पहल रविवार को भी बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के अलावा सीईसी के कई सदस्य शामिल हुए थे।

90 मौजूदा विधायकों को फिर मौका

रविवार को कर्नाटक चुनाव को लेकर बीजेपी की बैठक हुई थी। जिसमें करीब 90 मौजूदा विधायकों को फिर से टिकट देकर मैदान में उतारने का फैसला किया गया है। साथ ही कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शिगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। जबकि येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र शिकारपुरा विधानसभा सीट से और सीटी रवि चिकमंगलूर से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा बीजेपी उम्मीदवारों की सूची का ऐलान सोमवार को करने वाली थी, लेकिन अब तक नाम सामने नहीं आए हैं। इस बैठक में एक अहम फैसला लिया गया है कि बीजेपी मौजूदा ज्यादातर विधायकों को एक बार फिर से टिकट देने जा रही है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि बैठक में कर्नाटक की सभी सीटों पर चर्चा हुई। सीईसी का अंतिम फैसला लेने से पहले बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने संभावित नामों की सूची पर बैठक की है। ऐसे में बीजेपी की कोशिश एक बार फिर कर्नाटक में सत्ता हासिल करने की होगी।

जनता दल के 93 प्रत्याशी की सूची

वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दो सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने अब तक कुल 224 सीटों में से 166 पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसके अलावा जनता दल ने 93 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है।

सिद्धारमैया और शिवकुमार में तनातनी

कर्नाटक के कोलार में होने वाली राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रैली फिर टल गई है। दरअसल राहुल की रैली 16 अप्रैल तक के लिए टल गई है। बताया जाता है कि रैली टलने की वजह कोलार विधानसभा सीट को लेकर फंसा हुआ पेंच है। चर्चा है कि पूर्व सीएम सिद्धरमैया अपनी परंपरागत वरुणा सीट के अलावा कोलार से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार इसके पक्ष में नहीं हैं। जिसकी वजह से कोलार सीट का मामला पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया गया है। कोलार पर फैसले में हो रही देरी के कारण राहुल की कोलार रैली की तारीख तीसरी बार आगे बढ़ी है।

राहुल गांधी की रैली क्यों है महत्वपूर्ण

सिद्धारमैया की दावेदारी के अलावा कोलार में राहुल गांधी की रैली इसलिए अहम है। बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में ही राहुल ने मोदी सरनेम वाला विवादास्पद बयान दिया था। जिसके चलते मानहानि केस में उन्हें गुजरात की सूरत कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है। साथ ही राहुल की लोकसभा सदस्यता भी खत्म हो गई है। जानकारी के मुताबिक रैली टलने की वजह से जनता पर प्रभाव कुछ हद तक कम हो सकता है।

10 मई मतदान 13 मई को आएंगे नतीजे

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 10 मई को एक ही चरण में मतदान होगा और नतीजे 13 मई को सामने आएंगे। कर्नाटक में वर्तमान में बीजेपी का शासन है। जिससे कांग्रेस सत्ता अपने हाथ में लेने की कोशिश कर रही है। जबकि बीजेपी सत्ता बरकरार रखने के लिए जोर लगा रही है। जनता दल धर्मनिरपेक्ष राज्य में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। ऐसे में तीनों पार्टियों के बीच चुनावी जंग के आसार हैं। जहां बीजेपी कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर अखाड़े में हैं। वहीं अब चौथी पार्टी आम आदमी पार्टी भी कर्नाटक में मैदान में कूदने की तैयारी कर रही है।

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