छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड को लेकर मीडियाकर्मियों में आक्रोश नजर आ रहा है। बता दें पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद उनका शव सेप्टिक टैंक में मिला था। यह सेप्टिक टैंक ठेकेदार का बताया जा रहा है। 28 वर्षीय मुकेश एक स्थानीय समाचार चैनल के लिए काम करते थे। उन्होंने एक सड़क निर्माण परियोजना में हो रहीं अनियमितताओं को लेकर रिपोर्ट तैयार की थी। इसके बाद से ही मुकेश को धमकियां मिल रहीं थीं।
- बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड
- मुकेश की हत्या से मीडियाकर्मियों में आक्रोश
- हत्या के बाद सेप्टिक टैंक में फेंक दिया था शव
- सड़क निर्माण परियोजना में अनियमितता की थी उजाकर
- कभी माओवादियों की गिरफ्त से CRPF जवानों को कराया था मुक्त
बीजापुर पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या मुकेश की ओर से की गई रिपोर्टिंग और उनकी हत्या के बीच कोई संबंध जुड़ा है। बता दें मुकेश चंद्राकर वहीं हैं जिन्होंने साल 2021 में माओवादियों के द्वारा अपहृत किये गये CRPF जवानों की रिहाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी इस तरह हत्या किये जाने से पत्रकारिता जगत में आक्रोश देखा जा रहा है। हालांकि इस पूरे मामले में बीजापुर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर भी शामिल है। चार आरोपियों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जाता है कि हत्या के बाद फरार आरोपी ठेकेदार रितेश चंद्राकर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। जिसे पुलिस की टीम दिल्ली से बीजापुर लेकर पहुंची है।
पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में दूसरे आरोपियों के भी शामिल होने की आशंका है। फिलहाल पकड़े गए चारों आरोपियों से पुछताछ जारी है। बता दें पत्रकार मुकेश चंद्राकर पिछली 1 जनवरी से लापता थे। उनका मोबाइल नंबर बंद बताया जा रहा था। ऐसे में मुकेश के बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने बीजापुर पुलिस में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इधर गुमशुदगी की खबर पर बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने एक टीम गठित कर पूरे मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान बीजापुर एएसपी युगलैंडन यार्क और कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा के साथ दूसरे अधिकारियों की टीम बनाई गई। इस पूरे मामले को लेकर बस्तर आईजी पी.सुंदरराज की ओर से सोशल मीडिया पर प्रेस नोट जारी करते हुए कहा गया था कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की जल्द से जल्द पतासाजी करने के हर संभव प्रयास में पुलिस जुटी है।
पूछताछ के बाद होगा खुलासा क्यों और कैसे की हत्या
बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर बीते 1 जनवरी की रात 8 बजे के बाद से लापता हुए थे। उनका फोन भी स्विच ऑफ बता रहा था। इस बीच दूसरे दिन 2 जनवरी को उनके भाई यूकेश चंद्राकर ने बीजापुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने 3 जनवरी को मुकेश का शव बरामद किया। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ पूरी के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिरकार रीतेश चंद्राकर के साथ अन्य आरोपियों ने मुकेश की हत्या क्यों की?
सीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज समेत पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भी इस घटना पर दुःख जताया है। राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर पुलिस को हत्या के सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।