राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना हैं। इस बीच सीएम अशोक गहलोत और पार्टी के दिग्गज नेता पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सियासी तकरार को कांग्रेस लेकर हाईकमान चिंतित है,हालांकि दावा किया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच चल रहा विवाद रविवार 29 मई की रात मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक में सुलझ गया है,लेकिन कहा जाता है इस बैठक में पूरी तरह से बात नहीं बन सकी है। इस बीच राजस्थान कांग्रेस की तकरार के बीच पायलट समर्थक आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक ट्वीट सुर्खियों में है। दरअसल आचार्य प्रमोद ने अपने ट्वीट में महाभारत का उल्लेख करते हुए लिखा जब पांच गांव देने के लिये भी दुर्योधन तैयार नहीं होता, तो फिर महाभारत होता है।
- देश के जाने माने पत्रकार हैं दीपक चौरसिया
- क्या फिर बगावत की तैयारी कर रहे हैं पायलट
- दीपक चौरसिया ने खड़े किये ट्वीट पर सवाल
- ‘प्रमोद कृष्णम के ट्वीट से साफ है विवाद सुलझा नहीं’
- ‘गहलोत और पायलट के बीच सियासी जारी अदावत’
- ‘कांग्रेस हाईकमान की बैठक में तकरार खत्म होने का दावा’
जानेमाने पत्रकार दीपक चौरसिया ने खड़े किये ट्वीट पर सवाल
आचार्य प्रमोद कृष्णम के इस ट्वीट पर सियायत शुरु हो गई है। देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने प्रमोद कृष्णम के ट्वीट पर रिट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर साफ कर दिया है कि गहलोत और सचिन पायलट के बीच विवाद सुलझा नहीं है। देश के जानेमाने वरिष्ठ पत्रकार ने सवाल करते हुए लिखा क्या सचिन पायलट बगावत की तैयारी कर रहे हैं।
खरगे के आवास पर हुई थी बैठक
बता दें रविवार 29 मई की रात मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक में सुलझ गया है,लेकिन कहा जाता है इस बैठक में पूरी तरह से बात नहीं बन सकी है। बता दें राजस्थान में चुनाव से पहले गहलोत और पायलट के बीच के विवाद सुलझाने के लिए स्वयं राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे को मोर्चा संभालना पड़ा था। खरगे के आवास पर बैठक के बाद सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की गई थी। लेकिन बैठक के एक दिन बाद ही पायलट समर्थक माने जान वाले आचार्य प्रमोद का ट्वीट संकेत दे रहा है कि ये मामला इतना आसान नहीं है। जितना कांग्रेस दिखाने की कोशिश में जुटी है। प्रमोद कृष्णम ने लिखा है हक नहीं मिलने पर इसके लिए मैदान में उतरना पड़ता है।