उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया है कि जोशीमठ में घरों सहित अन्य इमारतों में दरारें पड़ने के बावजूद वहां 65 से 70 प्रतिशत लोग सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। धामी ने कहा चार धाम यात्रा भी चार महीने बाद शुरू होगी। बता दें सीएम धामी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने और उन्हें जोशीमठ के मौजूदा हालात की जानकारी देने दिल्ली आए थे। इस दौरान धामी ने कहा पहाड़ी इलाके की मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।
- सीएम धामी ने दी अमित शाह को दी हालात की जानकारी
- केन्द्र सरकार ने दिया हर तरह की मदद का आश्वासन
- चार महीने बाद शुरु होगी चार धाम यात्रा
- निरीक्षण के लिए आएगा केंद्रीय दल
- देश के दूसरे हिस्से में बैठे लोग न करें टिप्पणी—धामी
उत्तराखंड के सीएम धामी ने नई दिल्ली में मीडिया से चर्चा संवाददाताओं से चर्चा के दौरान जोशीमठ के हालात की जानकारी दी। साथ ही पड़ोसी पर्यटन स्थल औली में भी सब कुछ सामान्य है। पर्यटक अभी भी औली आ रहे हैं। धामी ने चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की यात्रा को लेकर कहा अगले चार महीने में यात्रा शुरू होगी। सीएम धामी ने उत्तराखंड सरकार की ओर से जोशीमठ पर विभिन्न एजेंसियों की रिपोर्ट को दबाने के कुछ राजनीतिक दलों के आरोपों का भी खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा जोशीमठ की स्थिति को लेकर परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही उन्होंने देश के दूसरे हिस्सों में बैठे लोगों को इस पर टिप्पणी न करने की सलाह भी दे डाली।
इसरो की तस्वीर को लेकर बोले धामी
बता दें पिछले दिनों 13 जनवरी को इसरो की ओर से जारी उपग्रह तस्वीरों से जोशीमठ में भूमि धंसने की चिंता बढ़ गई थी। तस्वीरों में दिखाया गया था कि जोशीमठ 12 दिनों में 5.4 सेंटीमीटर तक धंस गया। इसके बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यानी एनडीएमए और उत्तराखंड सरकार ने अंतरिक्ष एजेंसी इसरो समेत कई सरकारी संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे जोशीमठ की स्थिति पर मीडिया के साथ बातचीत न करें या सोशल मीडिया पर जानकारी साझा न करें।
इसके बाद इसरो ने जमीन धंसाव से जुड़ी अपनी रिपोर्ट वापस ले ली थी। जिसके बाद कई आरोप लग रहे थे। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी ने बताया उन्होंने जोशीमठ में प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए उठाए गए सभी जरुरी कदमों की जानकारी केन्द्रीय गृहमंत्री को दे दी है। धामी ने कहा कि वह हालात से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अवगत कराया जा चुका है। वे लगातार खोज-खबर ले रहे हैं।
केन्द्रीय दल करेगा अध्ययन,फिर मिलेगी सहायता
केन्द्र से जोशीमठ के रहवासियों के लिए पुनर्वास पैकेज की मांग करने के सवाल पर सीएम धामी ने कहा केंद्रीय दल निरीक्षण के लिए जोशीमठ जाएगा। जिसकी रिपोर्ट के बाद ही ऐसा कुछ होगा। साथ ही उन्होंने कहा जो भी संभव सहायता है केंद्र सरकार वह मुहैया करा रही है।
भवनों में दरार का इतिहास पुराना
मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को अवगत कराया कि जोशीमठ शहर जनपद चमोली का तहसील मुख्यालय, श्री बद्रीनाथ जी का शीतकालीन निवास स्थान है। सामरिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ पुराने भू-स्खलन के मोटी परत के मलबे के ऊपर बसा है। भवनों में दरारों का इतिहास पुराना है। हालांकि 2 जनवरी 2023 की रात से भवनों में मोटी दरारें हुईं। साथ ही जेपी प्लान्ट के नीचे 500 एलपीएम की नई धारा फूटने की शिकायत मिल है।
207 परिवारों को 3 करोड़ से अधिक की सहायता
चर्चा है कि उत्तराखंड सरकार ने 207 प्रभावित परिवारों को करीब 3 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायत प्रदान की है। साथ ही वानिकी विभाग की जमीन को एक, दो तथा तीन कमरों की अस्थायी झोपड़ियां बनाने के लिए चिह्नित किया गया है। वहां 849 इमारतों में दरारें आई हैं। अभी तक 250 परिवारों को वहां से सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। वहीं जिला प्रशासन ने मंगलवार को मारवाड़ी क्षेत्र में जेपी कॉलोनी के ढहाए जाने वाले असुरक्षित भवनों के तकनीकी सर्वेक्षण का कार्य शुरू किया है।