जोशीमठः उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों में दरार आने पर राज्य और केंद्र सरकार अलर्ट मोड में हैं। वहीं इससे लोग दहशत में हैं। चमोली डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, कुल 561 घरों में दरारें आई हैं। बड़े हादसे की आशंका को देखते हुए राज्य के CM पुष्कर सिंह धामी ने हाई लेवल मीटिंग की। धामी ने डेंजर जोन को तत्काल खाली कराने और प्रभावित परिवारों के लिए सुरक्षित जगह पर एक बड़ा पुनर्वास केंद्र बनाने का आदेश दिया है।
- जोशीमठ में भूस्खलन से 561 घर प्रभावित
- सीएम धामी आज करेंगे दौरा और लेंगे जायजा
- आपदा कंट्रोल रूम बनाया राज्य सरकार ने
- 6 महीने तक प्रभावित परिवारों को मिलेगा 4 हजार रुपए महीना
आज जाएंगे सीएम धामी
राज्य सरकार ने लोगों की मदद के लिए आपदा कंट्रोल रूम एक्टिवेट करने के निर्देश दिए हैं। जिन लोगों के घर रहने लायक नहीं हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन परिवारों को किराये के मकान में रहने के लिए हर महीने 4 हजार रुपए दिए जाएंगे। ये राशि 6 महीने तक CM रिलीफ फंड से मुहैया कराई जाएगी। वहीं, CM धामी हालात का जायजा लेने आज जोशीमठ पहुंचेंगे।
केंद्र सरकार ने बनाई कमेटी
वहीं, सरकार ने जोशीमठ में जमीन धंसने की घटना को लेकर कमेटी (Committee) गठित की है. ये समिति घटना और इसके प्रभाव का अध्ययन करेगी। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया कि कमेटी में पर्यावरण और वन मंत्रालय, केंद्रीय जल आयोग, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और स्वच्छ गंगा मिशन के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे।
केंद्र सरकार की ओर से गठित कमेटी तेजी से जमीन धंसने की घटना का अध्ययन करते हुए इसकी वजह और प्रभावों का पता लगाएगी और तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से ज्ञापन में कहा गया कि समिति बस्तियों, इमारतों, हाईवे, बुनियादी ढांचे और नदी प्रणाली पर भू-स्खलन के प्रभावों का पता लगाएगी।