झारखंड की भारतीय जनता पार्टी ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया। राज्य के भीतर जो कुछ हो रहा है वो एक भारतीय के लिए बड़ी चिंता का विषय है। यदि भाजपा के दावे सही हैं तो बेहद गंभीर मामला है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य में घुसपैठ,लव जिहाद और आदिवासियों को गुमराह करने का मामला उठाते हुए कहा है कि ऐसा ही सब चलता रहा तो आने वाले समय में परिणाम गंभीर होंगे।
बाबूलाल मरांडी का बड़ा खुलासा
भाजपा विधायक दल के नेता मरांडी का दावा है कि झारखंड के सीमावर्ती जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठ बहुत तेजी से बढ़ी है। जिसके कारण संथाल की डेमोग्राफी बहुत तेजी से बदल रही है। उन्होंने कहा कि ये मामला सिर्फ संथाल या झारखंड का नहीं है। इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में परिणाम बहुत गंभीर हो सकते हैं। उन्होंने राज्य सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि सिर्फ संथाल परगना में एनआरसी लागू करके देख लें हकीकत सामने आ जाएगी। यहां सीमावर्ती जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।
बहुत तेजी से चल रहा लैंड जिहाद
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों दानियल दानिश नामक युवक झारखंड उच्च न्यायालय में एक
पीआईएल दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि झारखंड की आदिवासी जनजाति महिलाओं और युवतियों को अपने प्यार के जाल में फंसाया जा रहा हैै। संथाल परगना सहित सीमावर्ती जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों का इतना दखल बढ़ गया है कि यहां धड़ल्ले से लव जिहाद की आड़ में लैंड जिहाद किया जा रहा है। दानिक नामक युवक ने झारखंड के केवल साहिबगंज जिले में पिछले कुछ सालों के दौरान 43 अवैध रूप से मदरसे बनाए जाने का दावा किया था। साथ यह भी कहा था बांग्लादेशी घुसपैठियों के द्वारा शरण लेकर गैर कानूनी काम संचालित किए जा रहे हैं।जमशेदपुर के युवक दानियल दानिश द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करने के उपरांत झारखंड उच्च न्यायाल के मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा की खंडपीठ ने भारत सरकार और राज्य सरकार से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है।
राजनैतिक फायदा लेेने की हो रही कोशिश
बताया जा रहा है कि झारखंड में आदिवासी युवतियों और महिलाओं को बहला फुसलाकर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है। साथ ही आदिवासी बेटियों से विवाह कर ट्राइबल आरक्षित सीट से उन्हे चुनाव जितवाए जा रहे हैं। जिससे राजनीतिक और आर्थिक रुप से लाभ लिया जा रहा है। इस सब के पीछे कहा जा रहा है कि बड़े बड़े नेताओं के अपने निजी राजनैतिक स्वार्थों के कारण कोई विरोध करने को तैयार नहीं हैं। फर्जी तरीके से स्थानीय दस्तावेज बनाने वाले गिरोह भी कथित तौर पर काम कर रहे हैं। जिससे यहां निवास से संबंधित दस्तावेज भी आसानी से बनवाए जा सकते है।
मिनी एनआरसी लागू करेंगे: मरांडी
भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने उपरोक्त खुलासे के बाद कहा कि यदि राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो यहां मिनी एनआरसी लागू करेंगे। बांग्लादेशी घुसपैठिए अवैध तरीके से झारखंड के संथाल परगना के विभिन्न जिलों में आकर यहां की आदिवासी भोली भाली महिलाओं से विवाह कर, गलत प्रमाण देकर खुद मतदाता सूची में नाम जुड़वा कर भारत का नागरिक बता कर रहने लगे हैं। बांग्लादेशी घुसपैठ ना सिर्फ झारखंड बल्कि देश के लिए एक बड़ा खतरा है। इस खतरे को टालने के लिए मिनी एनआरसी लागू करना बेहद जरूरी है।
मिनी एनआरसी के मुद्दे पर राजनीति शुरु
बाबूलाल मरांडी के एनआरसी लागू करने वाले बयान पर राज्य में राजनीति भी शुरु हो गई है। उनके झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र में मिनी एनआरसी लागू करने की बात के बाद सियासी भूचाल देखा जा रहा है। जहां भाजपा विरोधियों को टेंशन हो गया है वहीं भाजपा के दूसरे नेता इसे समय की जरुरत बता रहे हैं। भाजपा के बोकारो विधायक बीरांची नारायण ने कहा कि जिस प्रकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के संथाल परगना सहित झारखंड के सीमावर्ती जिलों में बढ़ते प्रभाव के कारण वहां तेजी से डेमोग्राफी बदल रही है। ऐसे में जरूरी है कि मिनी एनआरसी लागू की जाए। यदि सब कुछ ठीक रहा और भाजपा को मौका मिला तो मिनी एनआरसी लागू करने में कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी।