झारखंड में विधानसभा चुनावों के पहले दौर की वोटिंग हो चुकी है। दूसरे दौर की वोटिंग 20 नवंबर को होनी है। दूसरे दौर में कई सारी वीआईपी सीटों पर वोटिंग होना है। इसमें मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन से लेकर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी और नेता प्रतिपक्ष की सीट भी शामिल हैं। खास बात ये है कि कोयलांचल की इन सीटों पर सभी वीआईपी की राजनैतिक साख दांव पर लगी है।
- झारखंड विधानसभा चुनाव 2024
- पहले चरण में हुई थी 43 सीटों पर वोटिंग
- दूसरे चरण की 38 विधानसभा सीटों पर वोटिंग
- दूसरे फेज की 38 सीट पर 528 उम्मीदवार
- 20 नवंबर को होगा दूसरे चरण का मतदान
- उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
- दूसरे चरण में संथाल परगना की सीटों पर अग्निपरीक्षा
- मैदान में सीएम हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन
- पति पत्नी के सामने अपने मजबूत गढ़ को बचाए रखने की चुनौती
- बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का भी असल इम्तिहान
झारखंड की इन सीटों पर सबकी नजर
बरहेट -मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सीट बरहेट सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पहले वो बरहेट और दुमका दोनों से ही चुनाव लड़े थे औऱ दोनों पर ही जीत मिली थी। फिर हेमंत सोरेन ने दुमका से इस्तीफा दे दिया। अब वे बरहेट से मैदान में हैं।
गांडेय- इस विधानसभा से मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन चुनावी मैदान में हैं। कल्पना सोरेन ने पिछले दिनों झारखंड की राजनीति में अपनी एक पहचान बनाई है। कल्पना ने पति हेमंत सोरेने के जेल जाने के बाद राजनीति की बागडोर सम्हाली थी। आज कल्पना की पकड़ कार्यकर्ताओं के बीच बहुत बेहतर बताई जाती है। कल्पना सोरेन पार्टी से जुड़े कार्यक्रमों की रूपरेखा खुद ही तैयार करती हैं। कल्पना ने उपचुनावों में गांडेय से जीत हासिल की थी और पहली बार विधायक बनीं थी।
धनवार सीट- पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबू लाल मंराडी इस सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बाबू लाल मरांडी ने 2019 में भी इसी सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने अपने चुनावों के लिए सामान्य सीट के चुना। 2019 में मरांडी इसी सीट से विधायक बने थे।
चंदनतकियारी – इस सीट पर नेता प्रतिपक्ष की राजनैतिक प्रतिष्ठ दांव पर लगी है। चंदनकियारी से अमर बाउरी ने मैदान में ही। झारखंड के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी के यहां से दो बार विधायक रह चुके हैं और अब तीसरी बार यहां से मैदान मे है। अमर बाउरी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा की थी।
(प्रकाश कुमार पांडेय)