झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड: ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग से लगी आग, सही समय पर नहीं बजा सेफ्टी अलार्म, जन्म के बाद मौत के आगोश में समा गई 10 नन्हीं जान

Jhansi Medical College fire sparking in oxygen concentrator

 

यूपी के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में भीषण आग कई परिवारों को जीवन भर का दर्द दे गई। इस अग्निकांड में दस नवजात की जलने से सांस थम गई। जबकि करीब 39 नवजात को हादसे में किसी तरह सुरक्षित निकाला गया। इस हादसे को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। इसके साथ ही सीएम योगी ने घटना पर संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और स्वास्थ्य सचिव को झांसी भेजा। इस के बाद डिप्टी सीएम पाठक मेडिकल कॉलेज पहुंचे। सीएम योगी ने जांच रिपोर्ट 12 घंटे में तलब किया है।

झांसी मेडिकल कॉलेज में अग्नि कांड मामला

बता दें महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना चिकित्सा शिक्षण संस्थान है। उत्तर प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोग गुणवत्तापूर्ण उपचार के लिए इस मेडिकल कॉलेज पर निर्भर है। इसे क्षेत्र का सबसे बड़ा उपचार केन्द्र भी कहा जाता है। इस सबके बाद भी यहां स्वस्थ्य व्यवस्था बे पटरी ही रहती हैं। मेडिकल कॉलेज के NICU वॉर्ड में लगी इस आग ने वहां की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी।
बताया जाता है कि जिस वक्त आग लगी NICU वॉर्ड में करीब 50 से अधिक नवजात बच्चे वहां भर्ती थे। आग लगते ही वॉर्ड की बिजली आपूर्ति ठप हो गयी। चारों तरफ धुंआ ही धुंआ फैल गया था।
लेकिन ताज्जुब होता है कि मेडिकल कॉलेज के वॉर्ड में लगा सेफ्टी अलार्म तक नहीं बजा। जिससे सुरक्षाकर्मियों और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इस अग्निकांड की जानकारी समय से नहीं मिल सकी। आग की लपटों के साथ धुंआ उठता देख आनन फानन में गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने नवजात बच्चों को गोद में लेकर भागना शुरु कर दिया, जिससे अफरा-तफरी फैल गई। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गयी।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

Exit mobile version