यूपी के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में भीषण आग कई परिवारों को जीवन भर का दर्द दे गई। इस अग्निकांड में दस नवजात की जलने से सांस थम गई। जबकि करीब 39 नवजात को हादसे में किसी तरह सुरक्षित निकाला गया। इस हादसे को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। इसके साथ ही सीएम योगी ने घटना पर संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और स्वास्थ्य सचिव को झांसी भेजा। इस के बाद डिप्टी सीएम पाठक मेडिकल कॉलेज पहुंचे। सीएम योगी ने जांच रिपोर्ट 12 घंटे में तलब किया है।
झांसी मेडिकल कॉलेज में अग्नि कांड मामला
- झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड, NICU में लगी भीषण आग
- अलार्म बजता तो बच जाती 10 मासूम बच्चों की जान
- मौके से 37 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया
- अग्निकांड ने खोल दी Jhansi Medical College की पोल
- मृतक के परिजनों को पांच पांच लाख
- गंभीर घायलों को 50 हजार सहायता
- सीएम योगी ने दिए आदेश
- सीएम योगी ने झांसी में हुए हादसे का लिया संज्ञान
- राहत कार्य हेतु अधिकारियों एवं चिकित्सकों को निर्देश
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर जताया दुख
- झांसी में बच्चों की मृत्यु पर जताया शोक
- ‘हृदयविदारक और मन को व्यथित करने वाली घटना’
- परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं: पीएम
- ‘ईश्वरइस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें’
- झांसी मेडिकल कॉलेज अग्नि कांड मामला
- BSP सुप्रीमो मायावती ने घटना पर जताया दुख
- मायावती ने कहा- 10 बच्चों की मौत अति दुखद’
- ‘घटना से कोहराम और आक्रोश स्वाभाविक’
- ‘लापरवाही के दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी’
- ‘भरपाई असंभव है, सरकार पीड़ित परिवारों की मदद करे’
- ‘राज्य सरकार की देखरेख में राहत और बचाव में जुटा’
बता दें महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना चिकित्सा शिक्षण संस्थान है। उत्तर प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोग गुणवत्तापूर्ण उपचार के लिए इस मेडिकल कॉलेज पर निर्भर है। इसे क्षेत्र का सबसे बड़ा उपचार केन्द्र भी कहा जाता है। इस सबके बाद भी यहां स्वस्थ्य व्यवस्था बे पटरी ही रहती हैं। मेडिकल कॉलेज के NICU वॉर्ड में लगी इस आग ने वहां की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी।
बताया जाता है कि जिस वक्त आग लगी NICU वॉर्ड में करीब 50 से अधिक नवजात बच्चे वहां भर्ती थे। आग लगते ही वॉर्ड की बिजली आपूर्ति ठप हो गयी। चारों तरफ धुंआ ही धुंआ फैल गया था।
लेकिन ताज्जुब होता है कि मेडिकल कॉलेज के वॉर्ड में लगा सेफ्टी अलार्म तक नहीं बजा। जिससे सुरक्षाकर्मियों और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इस अग्निकांड की जानकारी समय से नहीं मिल सकी। आग की लपटों के साथ धुंआ उठता देख आनन फानन में गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने नवजात बच्चों को गोद में लेकर भागना शुरु कर दिया, जिससे अफरा-तफरी फैल गई। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गयी।
(प्रकाश कुमार पांडेय)