मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना हैं। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी जंग विधानसभा में भी नजर आ रही है। विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बड़ी कार्रवाई करते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने एक टिप्पणी पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक जीतू पटवारी को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। जिसका कांग्रेस पुरजोर विरोध कर रही है। इस मुददे पर पूरी कांग्रेस जीतू पटवारी के साथ खड़ी नजर आ रही है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि शुक्रवार को इसे लेकर सदन में जोरदार हंगामा हो सकता है।
- एमपी विधानसभा के बजट सत्र का पांचवा दिन
- कांग्रेस लाएगी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
- विश्वास प्रस्ताव को लेकर सदन में हंगामे के आसार
- कांग्रेस कर रही है जीतू पटवारी के निलंबन का विरोध
बता दें मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज शुक्रवार को पांचवां दिन है। सत्र के दौरान आज हंगामा होने के आसार नजर आ रहे हैं। दरअसल शुक्रवार को कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आने वाली है। बता दें बीते दिन विधानसभा में पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। जिसका विरोध करते हुए कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रही है।
विधानसभा अध्यक्ष से अब न्याय की उम्मीद नहीं-कमलनाथ
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के निलंबन को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह फैसला हर नियम और सिद्धांत के खिलाफ है। विधानसभा अध्यक्ष से अब न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती। वहीं विधानसभा में संख्या बल को लेकर उठे सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि ये सबको पता है कि बीजेपी का संख्या बल अधिक है, लेकिन इससे ये मतलब नहीं निकालना चाहिए कि जो हमारी भावना हैं उसे व्यक्त ना करें। कमलनाथ ने कहा विधानसभा इसलिए ही बनाई है कि विधायक अपनी और क्षेत्र की बात सदन में रख सकें। कांग्रेस विधायकों ने कई मुद्दे सदन में उठाए। कोई ऐसा मुद्दा नहीं था जिसका कांग्रेस विधायक के पास प्रमाण न हो। कमलनाथ ने कहा कि एक सदस्य का निलंबन करना संविधान का गला घोटना है। ऐसे में कांग्रेस ने यह फैसला किया है विधानसभा अध्य्क्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे।