जम्मू कश्मीर में चुनाव हों और आतंकवाद पर चर्चा न हो यह असंभव है। इस बार भी चुनाव में आतंकवाद को लेकर जंग छिड़ी है। जहां केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने फैले आतंकवाद को लेकर नेशनल कांग्रेस को घेरा है तो नेशल कांफ्रेन्स प्रमुख भी पीछे नहीं हटे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर रहे। उन्होंने मेंढर में चुनाव प्रचार के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस और उसके नेताओं को जमकर घेरा। शाह ने कहा कि 1990 के दशक में फारूक की मेहरबानी से आतंकवाद आया। जिस पर नेशनल प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कटाक्ष करते हुए शाह को ही पाकिस्तानी बता दिया।
आतंकवाद पर छिड़ी सियासी जंग
कश्मीर में आतंक…सियासी जंग
शाह का वार…अब्दुल्ला का पलटवार
आतंकवाद फैलाते हैं अब्दुल्ला-शाह
बीजेपी है पाकिस्तानी- अब्दुल्ला
शाह ने साधा फारूक-गांधी पर निशाना
1990 के दशक में फारूक अब्दुल्ला की बदौलत आतंकवाद आया-शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मेंढर में एक जनसभा को संबोधित किया है। इस दौरान शाह ने कहा है कि “1947 से लेकर अब तक पाकिस्तान के खिलाफ लड़े गए हर युद्ध में इस धरती जम्मू-कश्मीर के सैनिकों ने भारत माता की रक्षा की है। जब 1990 के दशक में फारूक अब्दुल्ला की बदौलत आतंकवाद आया तो पहाड़ी, गुर्जर और बकरवाल भाई ही थे जिन्होंने सीमाओं पर गोलियों का बहादुरी से सामना किया और दुश्मन को जवाब दिया।
- आतंकवाद पर आर-पार…!
- जम्मू-कश्मीर में गरजे शाह
- ‘फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद लेकर आए’
- ‘1990 के दशक में आका पाकिस्तान से डरते थे अब्दुल्ला’
- ‘मोदी गोली का जवाब गोले से देंगे’
- शाह के बयान पर अब्दुल्ला का पलटवार
- ‘भाजपा वाले खुद पाकिस्तानी’
- ‘सत्ता में बैठे, फिर भी आतंकवाद’
- ‘J&K मुस्लिम बहुल राज्य, इसलिए किए टुकड़े’
मुझे तो लगता है ये खुद पाकिस्तानी हैं—अब्दुल्ला
केंद्रीय मंत्री शाह के बयान पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी है। अब्दुल्ला का कहना है कि जब भी कोई चीज़ आती है भाजपा पाकिस्तान का नाम लेते हैं। फिर हमसे कहते हैं कि हम पाकिस्तानी हैं। उन्होंने कहा कि हमें पाकिस्तान से क्या लेना देना है। मुझे तो लगता है ये खुद पाकिस्तानी हैं। अब्दुल्ला ने कहा क्या आतंकवाद बंद हुआ? ये कभी भारत को नहीं बनाएंगे। ये सिर्फ विभाजन की राजनीति करेंगे।
बता दें 2019 में जम्मू कश्मीर से अच्छेद 370 को हटाने के साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने के बाद जम्मू- कश्मीर में पहली बार विधानसभा के चुनाव हो रहे है।। यहां पहले चरण में 18 सितंबर को 24 सीटों पर मतदान हुआ था। अब दूसरे चरण के मतदान की तैयारी है, जो 25 सितंबर को होगा। इसके बाद तीसरे और अंतिम चरण का मतदान अगले माह 1 अक्टूबर को होगा। वहीं चुनाव के परिणाम हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।