जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: 3 चरणों की वोटिंग के बाद अब नतीजे का इंतजार
जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान हो चुका है। अब EVM स्ट्रांग रूम में पहुंच चुकी है। इंतजार है तो 8 अक्टूबर का। 8 अक्टूबर को चुनाव 3 चरणों में हुई वोटिंग की काउंटिंग होगी। तीनों चरणों का ओवरऑल वोटिंग प्रतिशत करीब 63 प्रतिशत से ज्यादा दर्ज की इंतजार नतीजे का है।
तीन चरणों में हुए थे जम्मू-कश्मीर चुनाव
90 सीटों पर तीन चरणों में वोटिंग
10 साल बाद दिखाई दिया मतदाताओं में उत्साह
लोकसभा चुनाव से अधिक विधानसभा चुनाव में वोटिंग
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव संपन्न
तीन चरणों में वोटिंग हो गई है। आतंकी हम लोग और पत्थर बाजी के लिए मशहूर इस राज्य में इस बार 63.45 प्रतिशत मतदान रहा। जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी इस राज्य के मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। लोकसभा के चुनाव से अगर विधानसभा चुनाव की तुलना करें तो इस चुनाव में ज्यादा मतदान हुआ। चुनाव भी पूरी तरह शांतिपूर्वक संपन्न हुए हैं। विधानसभा का यह चुनाव कई मायने में खास रहा। क्योंकि राज्य में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव संपन्न हुए पहली बार पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी और वाल्मीकि समाज के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया और वोट डाला वोट डाला। इस 90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू कश्मीर में सबसे अधिक मतदान इंदरवाल विधानसभा में 82.16 प्रतिशत दर्ज किया गया।
विधानसभा चुनाव केतीनों चरणों के समापन के बाद मतदान प्रतिशत 63.45 रहा। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 18 सितंबर को 24 सीटों पर मतदान हुआ था। इस पहले चरण में में 61.38 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर को 26 विधानसभा सीटों के लिए यह 57.31 प्रतिशत था । तीसरे और अंतिम चरण के लिए 40 सीटों पर मतदान प्रतिशत 69.65% दर्ज किया गया। इस तरह तीनों चरणों के समापन के बाद मतदान प्रतिशत 63.45 रहा, जो केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा चुनावों में दर्ज मतदान से ज्यादा है।
जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों में बढ़ा मत प्रतिशत
विधानसभा चुनाव में राज्य के दोनों संभाग जम्मू और कश्मीर में मत प्रतिशत बढा है। बात करें कश्मीर संभाग की तो विधानसभा चुनावों में यहां पर कुल मतदान प्रतिशत 55.20 प्रतिशत रहा, जबकि लोकसभा चुनावों में मतदान का प्रतिशत 47.27 था। हालांकि यह मतदान प्रतिशत 2014 और इसके बाद 2008 में हुए विधानसभा के चुनाव से कम है। घाटी के पुलवामा, शोपियां, श्रीनगर और बारामूला जिलों ने इस बार के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत का नया रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, जो पिछले तीन दशकों में सबसे अच्छा है
इसी तरह जम्मू संभाग की बात करें तो विधानसभा चुनावों के तीन चरणों के दौरान यहां पर संभाग का मत प्रतिशत 72.59 दर्ज किया। जो लोकसभा चुनावों में दर्ज 69.63 प्रतिशत और 2008 मैं हुए विधानसभा चुनावों में दर्ज 71.26 प्रतिशत से अधिक है। हालांकि यह मत प्रतिशत 2014 मैं हुए विधानसभा चुनावों की तुलना में कम है। जम्मू संभाग में सबसे अधिक मतदान किश्तवाड़ जिले में 80.20 प्रतिशत दर्ज किया गया। किश्तवाड़ के बाद उधमपुर 75.87 प्रतिशत और फिर सांबा 75.22 प्रतिशत वही तो वही रियासी 74.68 प्रतिशत रहा।