अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने अब विकराल रुप धारण कर लिया है। इसके आज गुरुवार शाम को गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र, कच्छ, मांडवी तट और दक्षिण पाकिस्तानी समुद्री इलाके कराची से गुजरेगा। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने खतरनाक रूप ले लिया है। गुजरात की समुद्र तटीय सीमा से इसके टकराने में अब कुछ ही घंटों का समय शेष बचा है। ऐसे में केन्द्र और राज्य सरकार पूरी तरह से अलर्ट हैं। तटीय इलाकों से सरकार ने हजारों लोगों को निकालकर शेल्टर होम पहुंचा दिया है।
- सरकार ने किया 74 हजार से ज्यादा लोगों को शिफ्ट
- तूफान का सामना करने के लिए NDRF तैयारी
- एनडीआरएफ की 33 टीमें समुद्र के किनारे तैनात
- कच्छ में प्रशासन ने लगाई धारा 144
- हालात बहाल करने के लिए 600 टीमों का गठन
- कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी होगा तूफान का असर
विनाशकारी तूफान का कहां और कितना असर
इससे पहले बुधवार से ही गुजरात के कई इलाकों में तेज बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। राज्य और केंद्र सरकार लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार शाम को गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र, कच्छ के साथ मांडवी तट और इससे सटे दक्षिण पाकिस्तान के कराची से गुजरेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार करीब 125 से 135 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। तेज हवाओं के चलते अभी भी तूफानी लहरों, तेज हवाओं और भारी बारिश का खतरा बना हुआ है। बता दें दक्षिण पूर्वी अरब सागर में पिछले दिनों 6 जून के बाद से बिपरजॉय लगातार उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा था इसके साथ ही ये मजबूत होता गया। 11 जून को इसने अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान का रुप धर लिया। जिसकी हवाओं की गति करीब 160 किमी प्रति घंटे से अधिक थी। इसके आंकड़े की तरफ बढ़ रही थी हालांकि एक दिन बाद इसकी तीव्रता में थोड़ी कम दर्ज की गई थी।
कच्छ सौराष्ट्र की ओर बढ़ता तूफान
आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र की माने तो बिपरजॉय बुधवार को ही रास्ता बदल कर कच्छ सौराष्ट्र की ओर उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ने लगा था। अब गुरुवार की शाम ये तूफान जखाऊ बंदरगाह से होते हुए गुजरेगा। मौसम विभाग की माने तो यह तुफान आज गुरुवार की शाम 4 से रात 8 बजे के दरमियान कच्छ के जखौपोर्ट पहुंच सकता है। इस दौरान बंदरगाह पर हालात बेहद खराब होने की आशंका जताई जा रही है। डीजी मृत्युंजय महापात्रा ने बताया चक्रवात बिपरजॉय की सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ते हुए इसकी गति तेज हो रही है। जखौ से फिलहाल करीब 180 किमी की दूर बना हुआ है। हवाओं की गति भी 125-135 किमी प्रति घंटे है। शाम 4 बजे तक यह तट पर पहुंचेगा। बता दें यह बहुत गंभीर किस्म का चक्रवाती तूफान है। तूफान की वजह से पेड़ और छोटे मकानों के साथ, मिट्टी और टिन के घरों को नुकसान होने की आशंका है।
समुद्र तट पर नजर रखे हैं एनडीआरएफ
गुजरात ही नहीं कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी इस तूफान का असर होने की आशंका है।ऐसे में इन इलाकों में NDRF नजर रखे हुए है। उसकी करीब 33 टीम तटों पर तैनात की गई हैं। वहीं कोस्ट गार्ड के साथ सेना और नौसेना के रेस्क्यू और राहत दलों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इन इलाकों में चक्रवात के गुजर जाने के बाद यदि यातायात और बिजली व्यवस्था बिगड़ती है तो उसे बहाल करने के लिए भी करीब
600 टीमों का गठन किया गया
गुजरात के 8 तटीय जिलों में से करीब 75 हजार से अधिक लोगों को शेल्टर होम में भेज दिया गया है। जिसमें कच्छ जिले के 34 हजार से ज्यादा लोग शामिल है। जामनगर 10 हजार, मोरबी 9243, राजकोट 6089, द्वारका 5035, जूनागढ़ 4604, पोरबंदर 3469 के बाद गिर सोमनाथ जिले का नंबर है जहां 1605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इतना ही नहीं कच्छ जिले में स्थानीय प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है।