इस दिन लॉन्च होने जा रहा चंद्रयान 3, ISRO ने बताई डेट , आम लोगों को भी लॉन्चिंग देखने किया इनवाइट

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चंद्रयान 3 को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. ISRO ने चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग डेट की घोषणा कर दी है. गुरूवार को ISRO के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से इस बारे में जानकारी दी गई, अब चंद्रयान 3 14 जुलाई को दोपहर में 2:35 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्‍च किया जाएगा. पहले इसकी लॉन्चिंग डेट 13 जुलाई होने वाली थी , लेकिन ISRO ने कुछ कारणों के चलते इस 24 घंटे बढ़ा दिया है. ISRO ने चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग देखने के लिए लोगों को भी इनवाइट किया है.

 

क्या है चंद्रयान 3 मिशन ?
चंद्रयान मिशन ISRO का चांद को स्टडी करने का मिशन है. भारत ने इसे पहली बार 2008 में लॉन्च किया था. इसके बाद साल 2019 में चंद्रयान 2 लॉन्च किया गया. हालांकि ये मिशन आखिरी पलों में फेल हो गया है. अब ISRO चंद्रयान 3 मिशन 14 जुलाई को लॉन्च करने वाला है. बता दें कि ये मिशन चंद्रयान 2 का ही फॉलोअप है. इसकी लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगी. अगर ISRO इस बार अपने चंद्रयान 3 मिशन में सफल हो जाता है तो भारत भी अमेरिका, रूस और चीन के बाद चांद पर अपना लैंडर उतारने वाला चौथा देश बन जाएगा.

 

GSLV एमके III से किया जाएगा लॉन्च
चंद्रयान 3 मिशन को इसरो GSLV MK II से लॉन्च किया जाएगा. ये तीन स्टेजेस वाला लॉन्च व्हीकल है जिसे इसरो द्वारा ही बनाया गया है. ये लॉन्च व्हीकल इसरो के बाकि लॉन्च व्हीकल से सबसे हैवी व्हीकल है, इसलिए इसे बाहुबली नाम से भी जाना जाता है.

 

चांद की स्टडी में करेगा मदद
ISRO के चंद्रयान मिशन चांद की स्टडी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इससे पहले मिशन्स के जरिए भारत चांद पर पानी ढूंढ पाया है. इस बार भी चंद्रयान 3 का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की स्टडी ही होगी.इसके अलावा इंटरप्लेनेटरी मिशन के लिए आवश्यक नई तकनीकों का विकास और प्रदर्शन भी इसका उद्देश्य होगा. बता दें कि चंद्रयान 3 को  चंद्रयान 2 से ज्यादा अपग्रेड किया गया है. इसमें कई वैज्ञानिक उपकरण भी जोड़े गए है, जो लैंडिग साइट के आसपास की जगह में चट्टानी सतह की परत , चांद की मौलिक संरचना की थर्मल-फिजिकल प्रॉपर्टीज की जानकारी इकट्ठा कर इसरो को भेजेगा.

Exit mobile version