भारत गौरव ट्रेन हमारे देश के पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक नए युग की शुरुआत कह सकते हैं। दरअसल इस ट्रेन को पटरी पर उतारने का मुख्य उद्देश्य को देश की वास्तविक विरासत के साथ धरोहर तक आमजन को आसानी से पहुंचाना है। ट्रेन के खासियत है कि इसमें दो गार्ड वैन सहित 14 से 20 कोच हैं। इतना ही नहीं पैसेंजर के लिए लग्जरी बजट कोच भी विकल्प के रुप में मौजूद हैं। साथ ही ट्रेन यात्रियों को कई सुविधाएं मिलेंगी। जिसमें स्टॉप अवर प्लेसेस पर साइट सीन के साथ ही फूड, स्थानीय परिवहन और होटल की सुविधा शामिल हैं।
- पटरी पर भारत गौरव ट्रेन
- पर्यटकों को मिली नई और लग्जरी सुविधा
- पर्यटक देख सकेंगे भारत की सांस्कृतिक विरासत
- 14 से 20 कोच की ट्रेन में हैं दो गार्ड
- पैसेंजर के लिए होंगे लग्जरी बजट कोच
भारत गौरव ट्रेन के जरिए दुनिया भारतीय सांस्कृतिक विरासत को नजदीक से देख सकती है। इसकी शुरुआत का उद्देश्य भी यहीं है। भारतीय रेलवे की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि ट्रेन की डिजाइन सरकार के एक भारत श्रेष्ठ भारत की तर्ज पर की ग ई है। ट्रेन में सवार होने को लेकर पर्यटक बेहद उत्साहित नजर आए। ये दिल्ली से अगले आठ दिन तक गुजरात के लिए भारत गौरव यात्रा ट्रेन की शुरुआत है। भारत गौरव ट्रेन के यात्री गुजरात की विरासत ही नहीं यहां के तीर्थ स्थलों के भी दर्शन कर सकेंगे। ट्रेन में सवार पर्यटक यात्री स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ ही चंपानेर और सोमनाथ के दर्शन करेंगे तो द्वारका और नागेश्वर के साथ बेत द्वारका, अहमदाबाद ही नहीं मोढेरा प्रमुख का आनंद ले सकते हैं। रेवाड़ी, गुरुग्राम, रींगस, अजमेर और फुलेरा के रेलवे स्टेशन से यात्री सवार हो सकते हैं। IRCTC की ओर से टिकट बुकिंग के लिए भुगतान की कई सुविधाएं दी हैं। आप पेमेंट गेटवे का ऑप्शन और ईएमआई से भी कर सकते हैं। पर्यटक इस विशेष रेलगाड़ी से अगले आठ दिन यात्रा का भरपूर आनंद ले सकते हैं। भारत सरकार की पहल पर देश की गौरवमयी इतिहास, धार्मिक धरोहरों, ऐतिहासिक स्थलों, नदियों, पहाड़ों को देखने के लिए भारत गौरव स्कीम लाया गया था। इतना ही नहीं इसके साथ आप अपने चुने हुए गंतव्य स्थलों पर स्थानीय परिवहन का लाभ ले उठा सकते हैं। पसंदीदा भोजन का लाभ भी उठा सकते हैं।
कोरोना के चलते नहीं आ सकी थी पटरी पर
बता दें भारतीय रेलवे ने दो साल पहले ही इसकी पहल कर दी थी। लेकिन तब कोरोना संक्रमण फैलने से योजना को अमल नहीं किया जा सका। इतना ही नहीं ट्रेन को ज्यादा यात्री भी नहीं मिले ऐसे में नई शुरुआत की गई। जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे को भारत गौरव ट्रेन का खरीदार मिला है। ऐसे में आईआरसीटीसी ने पूर्वोत्तर रेलवे से करीब पन्द्रह रेक की ट्रेन लीज पर बुक की है। जिसके लिए आईआरसीटीसी की ओर से रेलवे को सुरक्षा गारंटी के तौर पर करीब एक करोड़ रुपए की राशि जमा की गई है। लिहाजा भारत गौरव के रूप में नॉर्थ ईस्ट रेलवे की ये पहली ट्रेन है। फिलहाल कंपनी ने ट्रेन रेक तीन साल के लिए लीज पर लिये हैं।