छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में भी बीजेपी ने रिपीट किया प्रदेशाध्यक्ष, एमपी में भी क्या रिपीट होंगे वीडी शर्मा…

छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में भी बीजेपी ने रिपीट किया प्रदेशाध्यक्ष, एमपी में भी क्या रिपीट होंगे वीडी शर्मा…

छत्तीसगढ़ के बाद बीजेपी ने राजस्थान में भी दूसरी बार राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के पद पर चुना है। इसके साथ बीजेपी ने 25 वरिष्ठ नेताओं को भी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य के रुप में चुना है। बता दें बीजेपी के राष्ट्रीय प​रिषद सदस्य़ों की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में अहम जिम्मेदारी होती है। इस सूची में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के साथ डिप्टी सीएम दीया कुमारी और राजेन्द्र राठौड़ ही नहीं सतीश पूनिया सहित कई बड़े नाम शामिल हैं।

राज्यसभा सदस्य भी हैं मदन राठौड़
भाजपा के दूसरी बार बने प्रदेश अध्यक्ष
क्या एमपी में वीडी शर्मा बने रहेंगे प्रदेशाध्यक्ष!
दिल्ली नहीं ढूँढ पा रही वीडी का विकल्प!

पार्टी नेताओं की ओर से बताया गया कि राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ के निर्विरोध निर्वाचित घोषित होने के बाद पार्टी की राजस्थान ईकाई के अध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा है। इससे पहले उन्हें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से जुलाई 2024 में राजस्थान का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
इसके बाद अब उनको पार्टी में चुनावी प्रक्रिया के तहत प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। इससे राठौड़ एक बार फिर से राजस्थान ईकाइ के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हुए हैं।

क्या मप्र में वीडी शर्मा ही होंगे प्रदेशाध्यक्ष

मध्यप्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष में वीडी शर्मा का पार्टी अब तक विकल्प नहीं ढूँढ पाई है। माना जा रहा है छत्तीसगढ़ राजस्थान की तरह मध्यप्रदेश में भी पार्टी इसी तरह का फैसला ले सकती है।बता दें एमपी में बीजेपी के जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। माना जा रहा था कि जिलाध्यक्षा के फौरन बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन अब तक कहीं कोई हवा नजर नहीं आ रही है।

इधर मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा एक बार फिर तीसरा कार्यकाल पाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। वहीं माना जा रहा है जातिगत समीकरणों में ब्राह्मण वर्ग से पूर्व मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस पूरी ताकत लगा रहे हैं। वहीं क्षत्रिय वर्ग की बात की जाए तो अरविंद भदौरिया ही नहीं बृजेंद्र प्रताप सिंह और सीमा सिंह जादौन भी पार्टी में बड़े नेताओं से संपर्क करने के साथ सबको साधने में लगे हैं। वैश्य वर्ग की बात करें तो हेमंत खंडेलवाल और सिंधी समाज से विधायक भगवानदास सबनानी से लेकर दलित और आदिवासी वर्ग के वरिष्ठ नेताओं में भी प्रदेशाध्यक्ष बनने की चाहत नजर आ रही है।

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