बिहार में मिला नीतीश का साथ तो आरजेडी को मिला जीवनदान, हालिया सर्वे में बीजेपी को भारी नुकसान

Lok Sabaha Election: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए लगभग सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने लगे हैं। इसकी वजह ये है कि अब बस एक साल से बस कुछ ही समय बचा हुआ है। चुनाव को लेकर सभी दल मिशन मोड में आ चुके हैं। इस बीच मीडिया घराने भी अपना-अपना सर्वे कर रहे हैं, ताकि पहला रुझान समझ सकें। एक ऐसे ही सर्वे ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है।

बिहार में यूपीए को 25 सीटें

इस सर्वे में लोकसभा चुनाव को लेकर लोगों से सवाल पूछे गए और जवाब के मुताबिक बिहार में यूपीए को 25 सीटें मिल रही हैं। हालांकि, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने तो बढ़कर ये दावा भी कर दिया है कि बीजेपी के इंटरनल सर्वे का भी उनको पता चल गया है और उसमें यूपीए को 37 सीटें मिल गयी हैं।

पिछली बार लोकसभा सीटों के हिसाब से महत्वपूर्ण राज्य बिहार में यूपीए का सूपड़ा साफ हो गया था। यूपीए को यहां केवल एक सीट नसीब हुई थी, जबकि एनडीए बाकी 39 सीटें ले गया था। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं।

नीतीश कुमार का है जादू?

पिछले चुनाव और इस बार के बीच बिहार के बदलते राजनीतिक समीकरण में एक ही अंतर है। वह अंतर नीतीश कुमार का है। 2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जेडीयू भी एनडीए गठबंधन का हिस्सा थी। तब चुनाव में राज्य में एनडीए की प्रचंड लहर देखी गई थी और 40 लोकसभा सीट में से 39 एनडीए को गई थी। अब जेडीयू और आरजेडी-कांग्रेस एक साथ हैं। इसका भी असर चुनाव पर देखने को मिल सकता है।

वोट प्रतिशत बढ़ा तो सीटें बढ़नी ही थीं

सर्वे में यूपीए के वोट प्रतिशत में भी जबर्दस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। बिहार में अगर अभी चुनाव हो जाएं तो यूपीए को 47 प्रतिशत वोट मिलता दिखाई दे रहा है। छह महीने पहले हालांकि तस्वीर दूसरी थी। अगस्त 2022 में भी सी वोटर ने ऐसा ही सर्वे किया था। तब यूपीए को महज 5 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान लगाया गया था और एक भी सीट नहीं मिल रही है। वोट प्रतिशत बढ़ने का असर सीटों पर भी दिखा है और इस बार के सर्वे में कांग्रेस के गठबंधन की लोकसभा सीटें 2019 में एक के मुकाबले बढ़कर 25 हो गई हैं।

हालांकि, देश में बीजेपी को ही सर्वाधिक सीटें

वैसे, सर्वे में देश में एक बार फिर से बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की सरकार बनती बताई गई है। हालांकि, सीटों में कमी आई है। एनडीए को 298 सीटें मिलती दिखाई गई हैं। इसमें बीजेपी को 284 सीटें, जबकि 14 सीटें सहयोगियों को मिलने का अनुमान लगाया गया है।

2019 में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए ने 353 सीटें जीती थीं। तब यूपीए को 91 सीटें मिली थीं।

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