भारत में सितंबर आते आते मानसूनी बारिश कमजोर पड़ जाती है। 20 सितंबर तक ही बारिश का दौर यानी सीजन जारी रहता है। इस दौरान भी बारिश की गति धीमी पड़ जाती है। लेकिन इस साल ऐसा नहीं होगा। मौसम विभाग ने सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं उत्तर-पश्चिम भारत और आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी संभावना मौसम विभाग जता रहा है।
- मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
- भारत में 20 सितंबर तक मानसूनी बारिश का सीजन
- इस बार सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना
- मौसम विभाग प्रमुख ने दी जानकारी
- देश के कई राज्यों में अभी भी तेज बारिश का दौर
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईएमडी महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने सितंबर में होने वाली बारिश को लेकर अहम जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया देश में सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद नजर आ रही है। यह बारिश 167.9 मिमी की लंबी अवधि के औसत का करीब 109 प्रतिशत है। कई राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। वैसे अगस्त में भी सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। इसके बाद अब सितंबर महीने में भी उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ जम्मू और कश्मीर, राजस्थान और मध्य प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। वहीं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश होने का भी अनुमान जताया जा रहा है।
ये वाले इलाके जहां सामान्य से कम बारिश की उम्मीद
आईएमडी प्रमुख की माने तो भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। लेकिन कई राज्यों में यह बारिश आफत बनकर बरसेंगी। ऐसेी संभावना जताई जा रही है। उत्तर-पश्चिम को छोड़ कर भारत के कुछ इलाके जिसमें दक्षिणी प्रायद्वीप के कई इलाके। उत्तरी बिहार और उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश इलाके में सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान मानसूनी गतिविधियों के कमजोर पड़ने और मौसम में कम दबाव का क्षेत्र बनने से बारिश की सामान्य स्थिति में रहने की उम्मीद है।
इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में कई कम दबाव वाले सिस्टम विकसित होने की भी संभावना है, जो राजस्थान तक पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकती हैं। आईएमडी प्रमुख महापात्र ने कहा कि कम दबाव क्षेत्र हिमालय की तलहटी की ओर भी जा सकती है, और सितंबर में इस क्षेत्र को प्रभावित करने वाले पश्चिमी विक्षोभ की संभावना है।
अगस्त में टूटा कई साल का रिकॉर्ड
देश में अगस्त महीने में बारिश ने पिछले 23 साल की बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया। जबकि गर्मी ने भी 123 साल पुराना रिअपना कॉर्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि भारत में अगस्त महीने में सामान्य से लगभग 16 प्रतिशत अधिक मानसूनी बारिश दर्ज की गई है। जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में 253.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह साल 2001 के बाद अगस्त में दूसरी सबसे अधिक बारिश है। अगस्त में 287.1 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि देश में अगस्त में 287.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि सामान्य 248.1 मिमी होती है। कुल मिलाकर भारत में 1 जून को मानसून सीजन की शुरूआत के बाद से सामान्य 701 मिमी के मुकाबले 749 मिमी वर्षा हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि देश में मानसून सीजन के दौरान गर्मी ने भी 123 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।