भारत में साल के अंत में वनडे वर्ल्डकप होना है. आईसीसी वर्ल्डकप का शेड्यूल भी अनाउंस कर चुकी है. सभी क्रिकेट फैंस इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे है, लेकिन अगर हम कहे कि ये वर्ल्डकप क्रिकेट इतिहास का आखिरी दूसरा वर्ल्डकप होगा तो आप क्या कहेंगे, सुनकर हैरान मत होइए क्योंकि क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने ODI क्रिकेट को लेकर एक प्रस्ताव तैयार किया और इसे आईसीसी को भी भेजा है.
क्या है प्रस्ताव ?
क्रिकेट के नियम बनाने वाली मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब कमेटी की पिछले दिनों लॉर्ड्स में बैठक हुई है, इस बैठक में कमेटी ने वर्ल्डकप के एक साल पहले द्विपक्षीय सीरीज को हटाने का प्रस्ताव दिया है. 13 सदस्य वाले इस कमेटी का मानना है कि ऐसा करने से टेस्ट क्रिकेट और महिला क्रिकेट के लिए अतिरिक्त फंडिग पर जोर दिया जा सकेगा. एमसीसी ने ऑफिशियली एक बयान जारी किया है और क्रिकेट वर्ल्ड कप के इतर पुरुषों के वनडे इंटरनेशनल मैचों पर सवाल उठाया है और सिफारिश की है इसे 2027 वर्ल्डकप के बाद कम कर दिया जाएं.
🗣 MCC World Cricket committee Chair, Mike Gatting, on recommendations for the ICC to help ensure the long-term prosperity of the men’s and women’s international game.#CricketTwitter
— Marylebone Cricket Club (@MCCOfficial) July 12, 2023
वनडे वर्ल्डकप पर खतरा
एमसीसी कमेटी के इस फैसले से इंटरनेशनल क्रिकेट में तहलका मच गया है. चारों और चर्चाएं तेज हो गई है कि वनडे वर्ल्डकप जल्द ही बंद होने वाला है. लोगों के सवाल है कि अगर वनडे मैच बंद होंगे तो क्या इसका वर्ल्डकप पर असर पड़ेगा. हालांकि कमेटी का मानना है कि इससे टीमों के लिए एक बैलेंस टूर प्रोग्राम बनेगा . बता दें कि इस एलीट 13 सदस्यीय कमेटी में भारत के सौरव गांगुली और झूलन गोस्वामी भी है.
कमेटी ने क्यों दिया है प्रस्ताव ?
दरअसल कमेटी का मानना है कि ODI क्रिकेट कम होने से खेल की गुणवत्ता में वृध्दि आएगी, टेस्ट क्रिकेट और वुमन्स क्रिकेट की फंडिग ज्यादा की जा सकेगी. इसके साथ ही कमेटी का यह भी मानना है कि क्रिकेट को वर्ल्ड गेम बनाने का यह बेहतरीन समय है, इस नए प्लान से भविष्य में देशों को और अधिक वित्तीय सुरक्षा मिलेगी और क्रिकेट का ज्यादा प्रचार प्रसार किया जा सकेगा.