ऐसे कैसे जीतेगा इंडिया? वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले ही आधी टीम इंजर्ड तो कई अनफिट

ऐसे कैसे जीतेगा इंडिया? वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले ही आधी टीम इंजर्ड तो कई अनफिट

भारतीय क्रिकेट टीम लगातार दूसरी बार वर्ल़्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने जा रही है. फाइनल 7 जून से 11 जून को भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच लंदन के ओवल मैदान में खेला जाएगा. हालांकि फाइनल से पहले टीम की मुश्किले कम होने का नाम नहीं लें रही है. फाइनल से पहले टीम के कई खिलाड़ियों के चोटिल होने की खबरे सामने आ रही है. जसप्रीत बुमराह , श्रेयस अय्यर और रिषभ पंत पहले ही चोट के कारण टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो चुके थे. वहीं अब रिपोर्ट्स आ रही हैं कि टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल भी चोट के चलते फाइनल से बाहर हो सकते हैं.

 

खिलाड़ियों की इंजरी बन रही परेशानी
खिलाड़ियों की इंजरी बीसीसीआई और कप्तान रोहित का सिर दर्द बनी हुई हैं. कुछ खिलाड़ी पहले ही चोटिल है और कुछ की फिटनेस पर सवाल बना हुआ है.अब केएल राहुल के इंजर्ड होने से टीम को बड़ा झटका लगा है. आपको बता दें कि राहुल बैंगलोर के खिलाफ फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गए थे. राहुल आईपीएल से बाहर हो चुके हैं और अब उनके डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेलने पर भी संशय बना हुआ हैं.

तेज गेंदबाज उनादकट भी हुए चोटिल
आईपीएल में केएल राहुल के साथ उन्हीं के टीममेट और तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट भी इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सीजन से बाहर हो गए हैं. नेट्स में गेंदबाजी करते हुए जयदेव चोटिल हो गए. हालांकि कहा जा रहा है कि जयदेव टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले फिट हो जाएंगे. टीम इंडिया पहले ही अपने कई प्रमुख खिलाड़ियों की इंजरी होने से परेशान है, अब बीसीसीआई अपने एक और गेंदबाज का नुकसान बिलुकल भी नहीं झेल सकती हैं.

उमेश और शार्दुल अनफिट
राहुल और उनादकट के खेलने पर पहले से ही सवालिया निशान है , वहीं तेज गेंदबाज उमेश यादव और ऑल राउंडर शार्दुल की फिटनेस पर सवाल बना हुआ है. रिपोर्ट्स आ रही है कि दोनों खिलाड़ी पूरी तरह से फिट नहीं हैं.

बीसीसीआई ने तैयार किया बैकअप
खिलाड़ियों के फिट न होने की स्थिति में बीसीसीआई ने बैकअप तैयार कर लिया है. रिजर्व खिलाड़ियों के रूप में यशस्वी जायसवाल, सऱफराज खान और ऋतुराज गायकवाड़ को टीम के साथ भेजा जाएगा. हालांकि बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट के पास टीम को रेडी करने के लिए 1 महीने का समय है. अब देखना होगा कि क्या भारतीय टीम बाद 10 साल बाद कोई आईसीसी (icc) ट्रॉफी उठा पाएगी या फैंस को फिर से हार्ट ब्रेक का सामना करना पड़ेगा.

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