कितने कारगर रहे बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों के दांव पेंच ?

कोर्ट में चार्जशीट पेश कर सरकार ने वादों को पूरा किया

भाजपा सांसद और यौन उत्पीडन के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पिछले कई महिनों से देश के शीर्षस्थ पहलवान निरंतर संघर्ष कर रहे हैं।रेसलर बजरंग पूनिया,विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित कई पहलवान और विभिन्न संगठन धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगे पूरी कराने के लिए संघर्ष कर रहे थे। लेकिन हाल ही में जिस तरह का एक मैसेज सामाने आया तो लगा कि अब सबकुछ ठीक हो गया है। बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की तरफ से देर रात एक जैसा मैसेज शेयर किया गया। इसमें कहा गया है कि कोर्ट में चार्जशीट पेश कर सरकार ने वादों को पूरा किया है। आइए जानते हैं कि ये मामला क्या और कितने वादे सरकार ने पूरे किए हैं।

प्रदर्शन पर विराम पर संघर्ष जारी

डब्ल्यू एफ आई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सड़कों पर जारी पहलवानों के प्रदर्शन पर संभवत: विराम लग गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सही में पहलवानों की पूरी मांगे मान ली गई हैं। ऐसे में पहलवानों का कहना है कि वे सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर अपना संघर्ष न्यायालय में जारी रखेंगे। इसमें बड़ी बात यह है कि विरोध प्रदर्शन का मुख्य चेहरा रहे रेसलर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने सरकार की तरफ से वादा पूरा होने की बात कही है। साथ ही अन्य वादों पर ‘अमल के इंतजार’ में हैं।

वह वादे जो पूरे हो गए

पूनिया,फोगाट और मलिक की तरफ से देर रात शेयर किए गए मैसेज में कहा गया कि न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत कर सरकार ने वादों को पूरा किया है। ट्विटर पोस्ट के अनुसार, ‘सरकार के साथ 7 जून को हुई वार्ता में सरकार ने जो पहलवानों के साथ वादे किए उन पर अमल करते हुए सरकार ने उस कड़ी में महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा महिला उत्पीड़न एवं यौन शोषण के संबंध में की गई शिकायतों के मामले में 6 महिला पहलवानों द्वारा दर्ज एफआईआर की दिल्ली पुलिस जांच पूर्ण करके 15 जून को कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी गई है।’आगे लिखा गया,’इस केस में पहलवानों की कानूनी लड़ाई सड़क की जगह कोर्ट में जारी रहेगी जब तक न्याय नहीं मिल जाता।’ फरवरी से शुरू हुआ पहलवानों का प्रदर्शन करीब 5 महीनों तक दो दौर में चला।

फिर भी वादों पर अमल होने का इंतजार

पहलवानों ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव संबंधी मांग को पूरा करने के संबंध में लिख है कि ‘कुश्ती संघ के सुधार के संबंध मं नई कुश्ती संघ के चुनाव की प्रक्रिया वादे के अनुसार शुरू हो गई है। जिसके चुनाव 11 जुलाई को होना तय है के संबंध मं सरकार ने जो वादे किए हैं उसपर अमल होने का इंतजार रहेगा।’मलिक और फोगाट ने सोशल मीडिया से कुछ समय के लिए ब्रेक लेने का भी ऐलान कर दिया है।

यहां फंस रहा है पेंच

पहलवानों पर एक और आरोप लग रहा है। गंभीर आरोप ये है कि पहलवानों ने एशियाई गेम्स के लिए ट्रायल्स से छूट की मांग को पूरा करने के लिए प्रदर्शन किए हैं। पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त का कहना था कि क्या ये पहलवान छूट हासिल करने के लिए ही विरोध कर रहे थे। इस पर फोगाट ने जवाब दिया कि सरकार से ट्रायल्स को आगे बढ़ाने की अपील की गई थी। उन्होंने ट्विटर पर खेल मंत्री के नाम भेजे गए पत्र की फोटो भी साझा की है। पत्र के अनुसार, ट्रायल्स 10 अगस्त के बाद कराने की मांग की गई थी।

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