हिमालय की बर्फबारी से ठिठुरने लगे पहाड़,मैदानी इलकों में गुलाबी हुई ठंड, दस राज्य आफत बनेगी बारिश

Himachal snowfall Rain became a cold storm in the mountain plains

हिमालय क्षेत्र में होने वाली बर्फबारी और बारिश ने पहाड़ी मैदानी इलाकों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। इसका असर का असर उत्तर और मध्य भारत में नजर आने लगा है। इन क्षेत्रों में ठंड का असर बढ़ने लगा है। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में कोहरे का भी असर दिखने लगा है। देश के दस से अधिक राज्यों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की आशंका जताई है। जिससे इन इलाकों में ठंड का असर बढ़ गया है।

इन दिनों पहाड़ी इलाकों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। तो इधर मैदानी इलाकों की बात करें तो उत्तर और मध्य भारत में लोग गुलाबी ठंड का सामना कर रहे हें। दक्षिण भारत की बात करें तो वहां के कई इलाकों में अभी भी बारिश से  जूझ रहे हैं।  यहां लगातार बारिश का दौर जारी है। ऐसे में मौसम विभाग ने एक बार फिर बुधवार को देश के कई इलाकों में मिजाज में ऐसे ही परिवर्तन का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई इलाकों में बर्फबारी के साथ बारिश के आसार होने की संभावना बन रही है। इन इलाकों पिछले कई दिनों से बर्फबारी और बारिश हो रही है। जिसके कारण तापमान का गिरकर शून्य के नीचे पहुंच गया है। ऐसे में लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

मैदानी इलाकों में ठंड की दस्तक

पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी ने मैदानी इलाकों में भी धीरे धीरे ठंड बढ़ा दी है। मैदानी राज्यों में ठंड ने दस्तक दे दी है। दिल्ली एनसीआर में तापमान में भी  गिरावट दर्ज की जा रही है। पर्वतीय क्षेत्रों की बात करें तो सर्द हवाएं चलने की वजह से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में ठंड बढ़ने लगी है। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही इन इलाकों में धुंध और कोहरा भी लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ाने क काम कर रहा है। दक्षिण के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। इसी कड़ी में मौसम विभाग ने बुधवार को भी तमिलनाडु के साथ  आंध्र प्रदेशए केरल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह समेत कई स्थानों पर बारिश का संभावना जताई है।

ब्ंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव का क्षेत्र

मौसम विभाग की माने तो दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना है जो पश्चिम उत्तरण्पश्चिम की ओर बढ़ गया। जिसकी वजह से तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तरी तमिलनाडु, रायलसीमा में बारिश होने की संभावना नजर आ रही है।

Exit mobile version