हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 12 नवंबर मतदान के बाद अब मतगणना हो रही है।कुछ ही देर में स्थिति साफ हो जाएगी। ऐसे में सर्द हवाओं के बीच राजनीतिक गलियारों से लेकर नुक्कड़ चौराहों तक सरगर्मी बढ़ा रखी है। सत्ताधारी बीजेपी के लिए बागी नेता बड़ी चुनौती बन गए। वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के लिए ओपिनियन पोल्स के नतीजे परेशानी का सबब बना हुआ है। यहां हम आपको एक साथ बताते हैं उन हॉट विधानसभा सीटों को जहां मुकाबला दिलचस्प नजर आ रहा है।
सिराज से मैदान में हैं सीएम जयराम ठाकुर
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में सिराज ऐसी सीट है। जिसपर सबकी नजर टिक गई है। राज्य के मौजूदा सीएम और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर इस सीट से लगातार 5 बार से विधायक हैं। वे छठी बार जीत का तमगा लेने को तैयार हैं।
नड्डा की गृह सीट बिलासपुर सदर
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं। यह सीट जेपी नड्डा का होम टर्फ है। यह उनकी गृह सीट है। यही वजह है कि इस सीट के भी समीकरण पर दिलचस्पी ली जा रही है। बिलासपुर सदर में खुद जेपी नड्डा से लेकर उनके करीबी बीजेपी प्रत्याशी त्रिलोक जम्वाल के लिए वोट मांगते नजर आए थे। उनके सामने कांग्रेस के अंबर ठाकुर हैं। लेकिन बीजेपी और नड्डा के लिए सबसे बढ़ी फजीहत सुभाष शर्मा बने हैं जो कभी नड्डा के वफादारों में गिने जाते थे। इस सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद सुभाष शर्मा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। बिलासपुर सदर के मौजूदा विधायक बीजेपी के सुभाष ठाकुर हैं। जिनका इस बार टिकट काट दिया गया है। सुभाष ठाकुर ने बंबर ठाकुर को 2017 के चुनाव में 6826 वोटों से मात दी थी।
कांग्रेस का गढ़ रही कसुम्पटी
कांग्रेस की गढ़ रही कसुम्पटी विधानसभा सीट से पार्टी के मौजूदा विधायक अनिरुद्ध सिंह जीत की हैट्रिक लगाने की तलाश में हैं। यहां बीते 20 सालों से बीजेपी नहीं जीत सकी है। बीजेपी ने कांग्रेस के इस किले को ढाहने की जिम्मेदारी राज्य के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को दी है। वहीं आम आदमी पार्टी ने यहां से राजेश चन्ना को टिकट देकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है।
हरोली में कौन किसे हरायेगा
हरोली विधानसभा सीट पर समीकरण कांटे के हैं। कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री हरोली विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं और इस बार के चुनाव में वे जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश अग्निहोत्री ने 2017 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार को 7377 वोटों से हराया था। बीजेपी ने एक बार फिर राम कुमार पर भरोसा जताया। जो लगातार दो बार मुकेश अग्निहोत्री से चुनाव हार चुके हैं। राम कुमार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हैं। तो मुकेश अग्निहोत्री पहले पत्रकार रह चुके हैं। उन्हें राजनीति में लाने की सलाह वीरभद्र सिंह ने दी थी।
शिमला ग्रामीण से मैदान में वीरभद्र सिंह के बेटे
हिमाचल में सबसे अधिक छह बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड रखने वाले कांग्रेस के दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य शिमला ग्रामीण सीट से दूसरी बार जीतने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा ने इस बार इस सीट से पुराने चेहरों को तव्वजो नहीं दी। पार्टी के विक्रमादित्य के खिलाफ रवि मेहता को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि आम आदमी पार्टी ने प्रेम ठाकुर को मैदान में उतारा है।
ठियोग विधानसभा सीट जहां CPI-M जीती
शिमला जिले में आने वाली ठियोग विधानसभा सीट 2017 के चुनाव में इकलौती ऐसी सीट थी जहां सीपीआई एम ने चुनाव में जीत हासिल की थी। सीपीआई एम के सीटिंग राकेश सिंघा इस चुनावी जीत को दोहराने की चुनौती होगी। ठियोग सीट से बीजेपी ने अजय श्याम को मौका दिया। कांग्रेस ने कुलदीप सिंह राठौर को अपना उम्मीदवार बनाया। 2017 के चुनाव में राकेश सिंघा ने बीजेपी उम्मीदवार राकेश वर्मा को हराया था।
फतेहपुर जहां से पीएम का वीडियो हुआ था वायरल
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के बीच फतेहपुर सीट भी सुर्खियां बटोर रही है। दरअसल इसका कनेक्शन पीएम मोदी से जुड़ा है। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पीएम मोदी इस सीट से बीजेपी के बागी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार को बगावत छोड़ कर चुनाव से हटने को कहते कहते सुने गएथे। कांग्रेस ने भवानी सिंह पठानिया को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि बीजेपी ने राकेश पठानिया पर भरोसा दिखायां इससे नाराज कृपाल परमार ने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए। पीएम के फोन के…