Himachal Congress Legislature Party Meeting:हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने रिवाज कायम रखते हुए राज बदलने में सफलता हासिल की है। पांच पुरानी बीजेपी की सरकार को राज्य के मतदाताओं ने नकार दिया है। उसके पीछे कई कारण हो सकते है, लेकिन अब कांग्रेस देश में तीन राज्यों की सत्ता में है। हिमाचल की जीत से उत्साहित कांग्रेस अब इस पहाड़ी राज्य में सीएम कौन होगा इस जद्दोजहद में जुटी हुई है। जीत के बाद कांग्रेस के सामने यह एक बड़ी चुनौती है क्योंकि देश के दूसरे राज्यों की तरह यहां भी कांग्रेस गुटबाजी से अछूती नहीं है।
चुनावी मैदान में उरने वाले कांग्रेसी नेता प्रचार के दौरान आपसी खींचतान भुलाकर एक हो गए, लेकिन अब चुनाव खत्म होते ही नतीजों से पहले बड़े नेताओं में सीएम बनने की महत्वाकांक्षा फिर प्रवल हो रही है। पिछले दिनों पार्टी के एक गुट ने शीर्ष नेतृत्व को लेटर मांग की थी कि चुने गए विधायकों को ही सीएम चुनने का अधिकार दिया जाए। माना जा रहा है कि यह लेटर प्रचार समिति के अध्यक्ष और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू गुट की ओर से लिखा गया था। सर्द मौसम में चर्चा गर्म है ये लेटर मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह की दावेदारी को रोकने के लिए लिखा गया था। दूसरी ओर हाल ही में प्रतिभा सिंह ने भी इशारों – इशारों में लंबे समय तक सूबे के सीएम रहे अपने पति वीरभद्र सिंह की विरासत का जिक्र करते हुए अपने परिवार की दावेदारी पेश की है।
शाम को होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक
हिमाचल में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने अपने तमाम विधायकों को चंडीगढ़ पहुंचने के निर्देश दिए थे। जिसके चलते सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं। यहां शुक्रवार की शाम विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें सीएम पद को लेकर चर्चा होनी हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास हो सकता है। जिसमें पार्टी र्हाइकमान को सीएम पद पर फैसला छोड़ने की बात कही जाएगी।
उप मुख्यमंत्री भी बनाएगी कांग्रेस
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सीएम के साथ ही दो उप मुख्यमंत्री के फॅार्मूले पर आगे बढ़ सकती है। राजा वीरभद्र के परिवार को कुछ न कुछ पद मिलना तय माना जा रहा है। प्रतिभा सिंह को सीएम की कुर्सी नहीं मिलती है तो उनके बेटे विक्रमादित्यय सिंह को उप मुख्यामंत्री बनाया जा सकता है। प्रियंका गांधी और प्रदेश के प्रभारी राजीव शुक्ला दोनों का झुकाव सिंह फैमिली की ओर माना जाता है।
प्रतिभा और सुखविंदर सिंह सुक्खू में छत्तीस का आंकड़ा
सीएम पद के लिए लाबिंग शुरु हो चुकी है। रेस में प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू ही सबसे प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। बता दें वीरभद्र सिंह और सुक्खु का छत्तीस का आंकड़ा रहा है जो आज भी सिंह परिवार और सुक्खु के बीच कायम है। ऐसे में वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे मुकेश अग्निहोत्री और सुधीर शर्मा भी अपने आप को दावेदार मान रहे हैं।
फिलहाल सांसद हैं प्रतिभा सिंह
प्रबल दावेदारी के बावजूद प्रतिभा सिंह के सामने कुई अड़चनें हैं। मसलन विधायकों का जोर अगर किसी विधायक को जिम्मेदारी देने पर हुआ तो पार्टी के लिए चुनौती बढ़ेगी। इसके अलावा पार्टी के सामने एक असमंजस प्रतिभा सिंह की लोकसभा की सदस्यता भी है। वह मंडी सीट से सांसद हैं। अगर उन्हें सीएम बनाया जाता है तो उन्हें लोकसभा से इस्तीफा देना होगा। ऐसे में कांग्रेस के सामने एक बड़ा सवाल उस सीट को वापस पाने का रहेगा। उपचुनाव में सीट खोने की आशंका के चलते कांग्रेस सीएम पद पर किसी ओर को बैठा सकती है, ऐसा भी हो सकता है कि प्रतिभा सिंह सांसद के चुनाव में जीत का भरोसा पार्टी को दें तो उन्हें मौका मिल सकता है।