हिजाब पर विवाद- यूनिवर्सिटी कैंपस में हिजाब पहनकर आईं छात्राएं
कर्नाटक में हिजाब विवाद एक बार फिर गरमा गया है. यहां शनिवार (28 मई 2022) को 12 स्टूडेंट हिजाब पहनकर मैंगलोर यूनिवर्सिटी के कैंपस में पहुंच गईं. लेकिन इन छात्राओं को क्लास में एंट्री करने से रोक दिया गया. मामला बढ़ने पर कॉलेज की प्रिंसिपल ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं अपनी बात पर अड़ी रहीं.
बताया जा रहा है कि शनिवार को मैंगलोर यूनिवर्सिटी कॉलेज में 12 छात्राएं हिजाब पहनकर आई थीं. जब इसकी जानकारी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर अनसूया राय को लगी तो उन्होंने छात्राओं से कहा कि वह हिजाब हटाकर क्लास रूम में प्रवेश कर सकती हैं, लेकिन छात्राओं का कहना था कि वह हिजाब नहीं हटाएंगी. लिहाजा छात्राओं को क्लासरूम में प्रवेश नहीं दिया गया. इसके बाद छात्राएं लाइब्रेरी में पहुंच गईं लेकिन वहां भी उन्हें एंट्री करने से रोक दिया गया. जब छात्राओं को प्रवेश देने से इनकार कर दिया गय़ा तो वह अपने घर लौट गईं.
नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
इस मामले को लेकर कुलपति डॉक्टर सुब्रमण्य यदापदिथया का कहना है कि कॉलेज विकास समिति की बैठक में तय हुआ था कि छात्राओं को हिजाब नहीं पहनने दिया जाएगा. हालांकि वह कॉलेज परिसर में हिजाब पहन सकती हैं, लेकिन जब वह क्लास रूम या फिर लाइब्रेरी में जाएंगी तो उन्हें हिजाब हटाना होगा. विश्वविद्यालय ने नोटिस में कहा था कि क्लासरूम में यूनिफॉर्म के अलावा कुछ भी नहीं पहना जा सकता. अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी.
एबीवीपी के छात्रों ने किया था प्रदर्शन
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही मैंगलुरू के यूनिवर्सिटी कालेज में हिजाब नियम लागू न करने के लिए एबीवीपी के छात्रों ने कालेज प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. एबीवीपी छात्रों का कहना था कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी 44 मुस्लिम छात्राएं यूनिवर्सिटी में हिजाब पहनकर क्लास अटेंड कर रही हैं. छात्रों का कहना है कि कर्नाटक के सभी कालेजों में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं है, लेकिन इस कालेज में छात्राएं हिजाब पहन रही हैं. जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने आदेश जारी कर कहा था छात्राओं को क्लास अटेंड करने के लिए हिजाब उतारना होगा. छात्राएं चाहें तो महिला रेस्टरूम में हिजाब उतार सकती हैं.