G20 Summit 2022:भारत को जी-20 समूह की अध्यक्षता व मेजबानी मिली है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत 30 नवंबर 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग विभागों के तहत बैठकें आयोजित होंगी। भारत देश में 32 अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 200 बैठकें आयोजित करेगा। इन बैठकों में जी-20 समूह में शामिल देशों के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मंत्री और अधिकारी शामिल होंगे। G20 देशों की अहम बैठकें मप्र के इंदौर और छतरपुर जिले के खजुराहो में भी होंगी। इंदौर में जहां कृषि कार्यसमूह की बैठक होंगी तो वहीं ग्रुप के संस्कृति समूह की बैठक फरवरी 2023 में खजुराहो में आयोजित की जाएगी। इसके लिए खजुराहो को सजाया और संवारा जा रहा है।
मप्र में होंगे जी-20 के दो कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान देश के अन्य शहरों के साथ ही इंदौर में 13, 14, 15 फरवरी को जी-20 के कृषि कार्य समूह की बैठकें होंगीं। इसके बाद 23, 24, 25 फरवरी 2023 को खजुराहो में जी-20 के संस्कृति कार्य समूह की बैठकें होंगी। छतरपुर जिले के खजुराहो में महाराजा छत्रसाल कंवेंशन सेंटर में कई बैठकों का आयोजन होगा।
- खजुराहो में होगी जी 20 समूह की अहम बैठक
- ग्रुप के संस्कृति समूह की होगी अहम बैठक
- राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री होंगे शामिल
- बदली जा रही खजुराहो की रंगत
- इंदौर में होंगी कृषि कार्य समूह की बैठकें
इस दौरान इंदौर में भी 13, 14 व 15 फरवरी को जी-20 के कृषि कार्य समूह की बैठकें होंगी। खजुराहो में महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में बैठकों का आयोजन होगा। भारत में दिसंबर से शुरू हो रही जी-20 की बैठकों और नई दिल्ली में नौ व 10 सितंबर 2023 को होने वाले 18वें शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के राष्ट्र अध्यक्षों, प्रतिनिधियों के अलावा मेहमान देश बांग्लादेश, इजिप्ट, मारीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूएई के राष्ट्र अध्यक्ष और प्रतिनिधि भी आएंगे। खजुराहो में फरवरी 2023 में जी-20 समूह की बैठकें आयोजित होंगी। इनमें शामिल होने के लिए विदेशी मेहमान, जनप्रतिनिधि आएंगे। इनको कोई असुविधा न हो, जहां-जहां भी विदेशी मेहमान जाएंगे। जहां से गुजरे तो उन्हें हमारे यहां की समृद्धशाली विरासत, इतिहास, साफ-सुथरे शहर, चमचमाती सड़कें, व्यवस्थित ट्रैफिक, टूरिस्ट की बेहतर सुविधाएं देखने को मिलें। इसके लिए तैयारियां शुरु कर दी गई हैं।
खजुराहो के पर्यटन को लग जाएंगे पंख
खजुराहो के पश्चिमी मंदिरों का समूह यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। संस्कृति कार्य समूह की बैठक में सदस्य देशों के 200 से ज्यादा प्रतिनिधि आएंगे। इसके अलावा दुनियाभर के देशों के मीडियाकर्मी और सामाजिक संस्थाओं का खजुराहो में जमावड़ा होगा। इससे कोविड महामारी के बाद पर्यटकों की राह देख रहे खजुराहो के पर्यटन को पंख लग जाएंगे। भारत में जी-20 ग्रुप के अधिकारी एस रमेश बाबू, सोनिया पुरी ने तीन दिन बैठक के बाद जी-20 सदस्यों के लिए खजुराहो में होटल बुक किए हैं। साथ ही हवाई अड्डे की व्यवस्थाओं को भी देखा है।
घर-घर में सजेगी रंगोली
खजुराहो को विभिन्न शहरों से जोड़ने वाली बाहरी और अंदरूनी सड़कों को बनाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। छतरपुर से खजुराहो, जैन मंदिर रोड, पश्चिम मंदिर समूह रोड, गोल मॉर्केट, सर्किट हाउस रोड सहित विभिन्न मुख्य मार्ग, रनेहफॉल रोड को बनाया जा रहा है। मंदिर समूह का रंग-रोगन आकर्षक लाइटिंग की जा रही है। तालाबों का सौंदर्यकरण किया जा रहा है।
तैयारी में जुटा पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन
वहीं मप्र सरकार ने विदेशी मेहमानों को पन्ना टाइगर रिजर्व के दीदार कराने का भी प्लान बनाया है। इसके लिए पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन और जिला प्रशासन को पूर्व में निर्देश दिए गए थे। जिस चलते वहां जिला प्रशासन प्रमुख पर्यटन स्थलों और पन्ना टाइगर रिजर्व अपने यहां तैयारियों में जुटा हुआ है।
जी-20 के लिए तैयार है वीर सिंह पैलेस
बुंदेलखंड की शान माने जाने वाले दतिया के वीर सिंह पैलेस को भी आकर्षक बनाया जा रहा है। क्योंकि यहां देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। जी-20 के इवेंट में दतिया के वीर सिंह पैलेस को भी शामिल किया गया है। पैलेस में विशेष सजावट होगी। इस बार भारत को जी-20 देशों की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है। इस अवसर पर इवेंट करने के लिए विश्व की सौ धरोहरों में दतिया के वीर सिंह पैलेस को शामिल किया है। बताया गया है कि प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा विशेष प्रयास से वीर सिंह पैलेस को यह अहमियत मिली है।
जी-20 में यह देश शामिल
जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
विशेष विमानों के आगमन को लेकर तैयारियों में जुटा
देश-विदेश से आने वाले अधिकारी, डेलिगेट्स, प्रधानमंत्री से लेकर मंत्री-मिनिस्टर हवाई मार्ग से खजुराहो पहुंचे। इसलिए एयरपोर्ट अथॉरिटी, नागरिक उड्यन विभाग के अधिकारी यहां तैयारियों में जुटे हुए हैं। दिल्ली से अधिकारी खजुराहो आकर निरीक्षण कर चुके हैं।
मेहमान होंगे गौरवशाली इतिहास की गाथा से रुबरु
खजुराहो में कई मंदिर हैं। जिनमें पश्चिमी समूह के छह मंदिर एक साथ देखे जा सकते हैं। मंदिरों की बनावट। उनमें लगी प्रतिमाएं और बाहरी दीवारों पर पत्थरों को काटकर उकेरी गई मूर्तियां एक गहन सम्मोहन में बांध लेती हैं। पूरी तरह ग्रेनाइट से बना चौसठ योगिनी मंदिर देवी काली को समर्पित है। यहां स्थित सभी मंदिरों में सबसे विशाल है कंदरिया महादेव का मंदिर, जिसकी ऊंचाई 109 फीट है। इसके साथ ही लक्ष्मण जी, चित्रगुप्त जी, मां जंगदंबा और बाबा विश्वनाथ मंदिर हैं जो अपने गौरवशाली इतिहास का गाथा कहते हैं।