हरियाणा के मेवात-नूंह में शुरू हुई हिंसा अब गुरुग्राम तक जा पहुंची है। भीड़ ने मंगलवार देर रात यहां एक धार्मिक स्थल पर हमला कर मौलवी की हत्या कर दी। इतना ही नहीं लोगों ने दुकानों को भी आग में झोंक दिया। हिंसा में अब तक दो होमगार्ड समेत आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई है। वहीं हिंसा पर काबू पाने के लिए नूंह में कर्फ्यू लगाया गया है। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने नूंह हमले को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताया है। हिंसा पर काबू पाने के लिए अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है। यहां अर्ध सैनिक बल की 20 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। नूंह के अलावा मानेसर, सोहाना, पलवल और पटौदी में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है। सुरक्षा बल स्थिति को काबू में बता रहे हैं। इससे पहले RAF के जवानों ने कई जगहों पर फ्लैग मार्च निकाला।
- नूंह हमले को सीएम ने बताया बड़ी साजिश
- वीएचपी ने की एनआईए से जांच कराने की मांग
- नूंह के साथ कई शहरों में इंटरनेट सेवा बंद
- अर्ध सैनिक बलों के हवाले नूंह
- हिंसा पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगाया
यूपी और राजस्थान के बाद दिल्ली भी अलर्ट
हिंसा के विरोध में विहिप ने आज बुधवार को देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है। हरियाणा में हिंसा को देखते हुए यूपी के साथ ही राजस्थान में भी सरकार अलर्ट है। यूपी के करीब 11 जिलों मे अलर्ट जारी किया है। वहीं राजस्थान मे भी हरियाणा की सीमा से लगे भरतपुर और अलवर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। बजरंग दल ने नूंह में हिंसा के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन बुलाया है। बजरंग दल के कार्यकर्ता दिल्ली में ब्रह्मपुरी-घोंडा चौक, बदरपुर टोल प्लाजा और उत्तम नगर-द्वारका में विरोध प्रदर्शन करेंगे। VHP ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी से हिंसा की जांच की मांग की है। इससे पहले नूंह जिले में कर्फ्यू लगाया। सुरक्षा बलों ने आसपास के जिलों में भी फ्लैग मार्च किया और कई शांति समिति की बैठकें की गईं। दूसरी ओर हरियाणा से लगे दिल्ली बॉर्डर वाले क्षेत्रों में केंद्रीय एजेंसियों की सूचना के बाद दिल्ली पुलिस ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। साथ ही पुलिसकर्मियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश जारी किये गये हैं।
यह था हिंसा फैलने का कारण
बता दें नूंह में हिंदू संगठन की ओर से हर साल की तरह इस बार भी बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया गया था। इसे लेकर प्रशासन ने सतर्कता बरने के साथ सभी इंतजाम के बाद इसकी इजाजत दी थी। सोमवार को बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी इस दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था। पथराव के बाद हिंसा भड़क उठी देखते ही देखते हिंसा भड़क उठी। सैकड़ों कारों को आग लगा दी। इतना ही हनहीं साइबर थाने पर भी हमला कर दिया गया। इस हिंसा के बीच फायरिंग भी हुई। वही एक धार्मिक स्थल में सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया गया। हालांकि बाद में पुलिस ने दखलदेकर वहां से लोगों को निकाला। पुलिस पर भी हमला हुआ। नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग की वारदात हुई।
हिंसा की आग में पलवल भी जला
नूंह से उठी हिंसा की चिंगारी गुरुग्राम और पलवल तब जा पहुंची है। यहां भी हिंसा की सूचना मिली है। पलवल में भीड़ ने परशुराम कॉलोनी की करीब 25 से अधिक झोपड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हालांकि इस आगजनी में किसी को कोई चोट नहीं आई।
गुरुग्राम में भड़की हिंसा
मंगलवार देर रात 100 लोगों की भीड़ ने गुरुग्राम के सेक्टर 57 में धार्मिक स्थल को निशाना बनाने के समाचार मिले हैं। पुलिस के अनुसार नारे लगाने वाली भीड़ ने धार्मिक स्थल के अंदर चार लोगों पर पथराव किया। उन पर गोलियां चलाईं। पुलिस अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हमलावरों ने धार्मिक स्थल में प्रवेश कर वहां पुलिसकर्मियों पर भी फायरिंग की है। पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करते हुए FIR दर्ज की। इसके साथ ही पांच लोगों को हिरासत में भी लिया है।