हरियाणा में कांग्रेस को भारी पड़ गया हुड्डा का हठ …जाट लैंड में तीसरी बार खिला कमल…!

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं। जहां एक तरफ जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस की बल्ले-बल्ले हो रही है तो वहीं दूसरी ओर हरियाणा में बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। हरियाणा में तमाम आकलन फेल हुए और बीजेपी हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है।

मतगणना में हरियाणा में बीजेपी की बल्ले–बल्ले हो रही है। वहीं जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस पूर्ण बहुमत की ओर है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हरियाणा में कांग्रेस की किसान,खिलाड़ी जैसे मुद्दे नहीं चले। जम्मू-कश्मीर बीजेपी सपने अधूरे क्यों रह गए।

यह दो तस्वीरें सारा का सारा माजरा बयां करने के लिए काफी है। एक तस्वीर जम्मू-कश्मीर की है। जहां नेशनल काफ्रेंस अपनी जीत का जश्न मनाती नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तस्वीर हरियाणा की है। जहां बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने की ओर है।

कांग्रेस को भारी पड़ गया हुड्डा का हठ

हरियाणा में कांग्रेस ने महौल बना लिया था। लेकिन इस नुकसान के पीछे अब भूपेंद्र हुड्डा के हठ को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। मतदान के बाद सामने आए एग्जिट पोल के सर्वे हरियाणा में कांग्रेस की दमदार जीत ही नहीं पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाते के दावे किये जा रहे थे। लेकिन जब चुनावी नतीजे और रुझान आए जो तस्वीर उसके उलट नजर आई। रुझानों से यह साफ माना जा रहा है कि हरियाणा में कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान खुलने से पहले ही बंद हो गई। बीजेपी के सियासी समीकरण को पछाड़ने में कांग्रेस पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है।

अबकी बार तीसरी बार कांग्रेस की हार

हरियाणा में उदय भान जरूर पार्टी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं, लेकिन पार्टी के भीतर और बाहर चलती है तो सिर्फ भूपेंद्र हुड्डा की। भूपेंद्र हुड्डा के पार्टी हाईकमान से नजदीकी संबंध हैं, जो किसी से छिपे नहीं हैं। हुड्डा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। ऐसे में माना जाता है कि इस बार भी चुनाव के टिकट बंटवारे में भी हुड्डा की ही चली थी। चुनाव के दौरान पूरे समय राहुल गांधी समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने भी हुड्डा पर विश्वास किया, लेकिन अब कांग्रेस हरियाणा में लगातार तीसरी बार हारती नजर आ रही है।

Exit mobile version