राजस्थान के दो युवकों का अपहरण कर हरियाणा के भिवानी में कार समेत जलाने के मामले में पुलिस की बर्बरता सामने आई है। यहां यहां दो लोगों को जिंदा जलाने के मामले की जांच ओर आरोपियों की तलाश के दौरान राजस्थान पुलिस पर एक आरोपी की गर्भवती पत्नी के साथ मारपीट का आरोप लगा है। बता दें राजस्थान पुलिस ने नूंह जिले में छापा मारा था। जहां आरोपी श्रीकांत पंडित की तलाश में पुलिस पहुंची थी। लेकिन परिजनों का आरोप है कि छापेमारी के दौरान राजस्थान पुलिस ने बर्बरता की सभी हदें पार दीं। पुलिस को जब श्रीकांत घर पर नहीं मिला तो उसने परिजनों के साथ मारपीट की गई। इतना ही नहीं श्रीकांत की गर्भवती पत्नी को न सिर्फ धक्का दिया, बल्किी उसके साथ मारपीट भी की। जिससे उसके गर्भ में पल रहे 9 महीने का बच्चा दुनिया में आने से पहले ही मौत की नींद सो गया।
- गौतस्करी के शक में दो युवको को जिला जलाया था
- हरियाणा के भिवानी में दिया था वारदात को अंजाम
- आरोपियों की तलाश में राजस्थान पुलिस ने मारा छापा
- छापामारी के दौरान नहीं मिला आरोपी श्रीकांत पंडित
- पुलिस ने की श्रीकांत के परिजनों से मारपीट
- आरोपी की गर्भवती पत्नी से भी की मारपीट
- मारपीट में से गर्भ में ही हुई बच्चे की मौत
बता दें राजस्थान के घाटमीका गांव के रहने वाले दो युवक नसीर और जुनैद का पिछले दिनों अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद गुरुवार 16 फरवरी की सुबह हरियाणा के भिवानी जिले के गांव बारवास के पास एक जली हुई कार में दोनों के जले नरकंकाल मिले थे। इन नरकंकालों को नसीर और जुनैद का बताया जा रहा है। पुलिस ने दोनों नरकंकालों को कब्जे में लेकर डीएनए जांच के लिए भेजा है। दोनों को मारपीट के बाद जिंदा जलाकर मारने का आरोप लगाया जा रहा है।
राजस्थान के गांव घाटमीका के रहने वाले हैं दोनों
जिन दो युवकों के शव कार में जले हुए मिले थे उनमें जुनैद और नासिर दोनों राजस्थान के जिला भरतपुर के गांव घाटमीका के रहने वाले हैं। यह गांव हरियाणा की सीमा से काफी नजदीक है। जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल का कहना है कि बुधवार को गोपालगढ़ थाना भरतपुर में दोनों के अपहरण और मारपीट का केस दर्ज कराया गया था। इस मामले में दोनों राज्यों की पुलिस जांच कर रही है। दोनों के कंकाल का सैंपल डीएनए जांच के लिए ले लिया गया है।
औवेसी का दावा शाह के साथ एक आरोपी की तस्वीर
वहीं AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नासिर और जुनैद के अपहरण के बाद हत्या की वारदात को लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशासा साधा है।औवेसी ने कहा कि एफआईआर में नामजद छह लोगों में से एक की अमित शाह के साथ तस्वीर मिली है। हालांकि तस्वीर दो साल पुरानी है। जिसमें उनके बर्थडे पर उनके साथ वह शामिल हैं। ओवैसी का कहना है कि एक समूह गोरक्षा के नाम पर लोगों को डराता है। जुनैद और नसीर दोनों को इन लोगों ने इतना मारा कि उनकी मौत हो गई। आरोपियों में एक मोनू है और ये हरियाणा की बीजेपी की सरकार का चहेता है। उसे हरियाणा सरकार संरक्षण दे रही है। वो जहां भी जाता है पुलिस उसके पीछे चलती है। इसके पहले उसने वारिस नाम के एक आदमी को पकड़ा और उसको मारा पीटा था। उसका उसने फेसबुक पर लाइव चलाया और जब उसकी मौत हो गई तो फेसबुक से उस वीडियो हटा दिया गया।