हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से मंजू हुड्डा को गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। टिकट देना सामान्य बात है, लेकिन गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट से टिकट देना सामान्य नहीं हो सकता, क्योंकि यह सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की है। जिनके खिलाफ बीजेपी ने मंजू को उतार दिया है। अब इतना तय है कि रोहतक जिले में आने वाली गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट पर दोनों के बीच चुनावी जंग देखने को मिलेगी।
- मंजू के पिता रह चुके हैं DSP
- पति के खिलाफ हुई थी गैंगस्टर में कार्रवाई
- चर्चा में बीजेपी की मंजू हुड्डा
- भूपेंद्र हु्ड्डा के खिलाफ मंजू भर रहीं चुनावी हुंकार
दरअसल गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट सीट भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कर्मभूमि भी मानी जाती है। इस सीट से वे 2000 के चुनाव से अब तक लगातार विधायक का चुनाव जीततेे रहे हैं। अब मंजू कहती हैं यदि भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला-किलोई क्षेत्र के बेटे हैं तो वे भी इसी क्षेत्र की बहू हैं।
अब हरियाणा में अपनी सरकार बचाने और विधानसभा चुनाव की जंग जीतने के लिए बीजेपी की ओर से सिपहसालारों को भी मैदान में उतार दिया गया है। 67 उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची में बीजेपी ने कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उनके गढ़ में ही घेरने के लिए बीजेपी ने बड़ा चुनावी दांव चला है। रोहतक जिले में आने वाली गढ़ सांपला-किलोई विधानसभा सीट से भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ बीजेपी ने मंजू हुड्डा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
मंजू हुड्डा बीजेपी से टिकट मिलने के बाद से ही चर्चा का केंद्र बिन्दू बनी हुईं हैं। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि ये मंजू हुड्डा कौन हैं। जिन पर बीजेपी इतना बड़ा दांव खेलने जा रही है।
बता दें बीजेपी की ओर ये प्रत्याशी बनाईं गई मंजू हुड्डा उस समय सियासी हल्कों में चर्चा का विषय बनीं थीं। जब दो साल पहले 2022 में वे रोहतक जिले से बतौर निर्दलीय जिला पंचायत की चेयरमैन चुनीं गईं थीं। इसके बाद मंजू बीजेपी में शामिल हो गईं। बीजेपी में अपनी आस्था जताते हुए उन्होंने 2022 में पार्टी की सदस्यता ले ली थी। बीजेपी ने अब मंजू हुड्डा को पूर्व सीएम और कांग्रेस के कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। इसके बाद मंजू का कहना है लोग कहते हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला-किलोई क्षेत्र के बेटे माने जाते हैं तो वे भी इसी क्षेत्र की बहू हैं। ऐसे में गढ़ी सांपला-किलोई का चुनाव इस बार बेटे बनाम बहू बनाने में बीजेपी की मंजू भी जुट गईं हैं।
पिता DSP तो गैंगस्टर लिस्ट में पति का नाम
मंजू हुड्डा की शादी राजेश हुड्डा से हुई है। शादी से पहले मंजू यादव हुआ करतीं थीं। उनका संबंध हरियाणा के ऐसे परिवार से है जहां उनके पिता प्रदीप यादव हरियाणा के डीसीपी के पद पर रह चुके हैं तो पति राजेश हुड्डा का नाम गैंगेस्टर और हिस्ट्रीशीटर में रहा है। मंजू का जन्म हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ था। मंजू के पिता प्रदीप यादव भले ही किसान परिवार में जन्में थे लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत से हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद तक पहुंचे। हरियाणा में डीएसपी रहे प्रदीप यादव की बेटी मंजू की शादी रोहतक जिले के गढ़ी सांपला-किलोई क्षेत्र में शामिल धामड़ गांव के राजेश हुड्डा से हुई थी। शादी के मंजू यादव से हुड्डा बन गईंं।
जब मीडिया ने मंजू से उनके पति राजेश हुड्डा के हिस्ट्रीशीटर होने पर सवाल किया तो उनका कहना था कि यह राजेश का अतीत था। किस परिस्थिति में व्यक्ति से क्या हो जाए अब यह नहीं कहा जा सकता। पिछले दस वर्षों से राजेश ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। मंजू ने कहा कि पति के कहने पर ही वे राजनीति में आईं हैं। उनके पति कभी भी उनके काम में हस्तक्षेप नहीं करते। गलत के खिलाफ आवाज बुलंद करना दरअसल उन्होंने अपने पति से ही सीखा है।