हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन अब तक नहीं हुआ है। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ चुनाव गठबंधन किया है। इसी तरह हरियाणा में कांग्रेस बीजेपी को सत्ता तक पहुंचने से रोकने के लिए आम आदमी पार्टी का साथ चाह रही थी, लेकिन अब तक गठबंधन नहीं हो सका है, हालांकि इसे लेकर बातचीत आखिरी चरण तक पहुंच गई है। लेकिन इससे पहले ही आम आदमी पार्टी के नेता अपने बगावती सुर में आ गए हैं। इस गठबंधन को लेकर आप नेताआों ने अपनी नाराजगी बयां की है। इस बीच AAP के विधायक सोमनाथ भारती भी मुखर नजर आ रहे हैं।
क्या होगा कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन !
- हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले मुखर हुए AAP के नेता
- कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन से पहले दिखाए बगावती तेवर
- गठबंधन को लेकर आप एमएलए भारती ने दिया बड़ा बयान
- कांग्रेस, AAP को देना चाहती है हरियाणा में 5 सीट
- आम आदमी पार्टी अधिक सीटों की मांग पर अड़ी
- अगले कुछ दिनों में दोनों पार्टी में हो सकती है सीट बंटवारे पर सुलह
- सोमनाथ भारती AAP और कांग्रेस के गठबंधन से हैं नाखुश
- भारती ने याद दिलाया लोकसभा चुनाव का प्रचार
- कहा— केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में किया कांग्रेस उम्मीदवारों का प्रचार
- ‘राहुल गांधी ने आप प्रत्याशियों के लिए नहीं मांगे वोट’
- ‘उन्हें नहीं मिला था कांग्रेस के दिल्ली और लोकल लीडर का सपोर्ट’
- ‘दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष और कई कांग्रेसी बीच में छोड़ गए पार्टी’
सोमनाथ भारती ने सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कांग्रेस से गठबंधन पर कई सवाल खड़े किए हैं। भारती ने अपने ट्वीट में लिखा है कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन से पहले आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान दिल्ली में इसी तरह के गठबंधन को याद करना चाहिए। AAP एमएलए भारती ने लिखा है कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों के लिए रोड शो किए। इतना ही नहीं AAP के वरिष्ठ नेताओं और केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्रियों ने भी तीनों कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया। लेकिन AAP उम्मीदवार खासतौर पर उन्हें स्वयं को कांग्रेस के दिल्ली और स्थानीय नेताओं का कोई सपोर्ट नहीं मिला था। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सरदार अरविंदर सिंह लवली और कांग्रेस के कई लीडर ने चुनाव के बीच ही पार्टी छोड़ दी थी, वे बीजेपी में शामिल हो गए थे।
लोकसभा चुनाव को लेकर जताई नाराजगी
सोमनाथ ने कहा कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर अजय माकन ने तो मिलने से ही मना कर दिया था। स्थानीय लीडर जैसे जितेंद्र कोचर ने लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस और आप गठबंधन के खिलाफ काम किया। कथित तौर पर पैसे के लिए कोचर ने बीजेपी सांसद उम्मीदवार के लिए वोट मांगे। उनके संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस के वोट आम आदमी पार्टी के पक्ष में मजबूत करने के लिए न तो राहुल गांधी मैदान में उतरे और ने प्रियंका गांधी या खरगे का कोई कार्यक्रम उनके क्षेत्र में आयोजित किया गया था।
हरियाणा में लड़ना चाहिए AAP को अकेले चुनाव
सोमनाथ भारती ने लिखा है कि AAP के समर्थक इस तरह के मतलबी गठबंधन के पक्ष में नहीं है। AAP को हरियाणा ही नहीं पंजाब और दिल्ली में भी सभी सीटों पर अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए। सोमनाथ ने कहा हरियाणा में बीजेपी डेथबेड पर आ गई है। वहीं कांग्रेस में भारी अंतर्कलह है। हरियाणा केजरीवाल का गृह राज्य है। ऐसे में आम आदमी पार्टी को हरियाणा राज्य में पहली नॉन बीजेपी और नॉन कांग्रेसी सरकार देने के लिए अपने दम पर प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।