Happy Birthday ‘जग्गू दादा’… किसी फिल्म से कम नहीं जैकी श्रॉफ की जिंदगी

पिछले चार दशकों से फ़िल्मी जगत पर राज कर रहे जैकी श्रॉफ आज 67 साल के हो गए है। मुंबई की तीन बत्ती चॉल में जन्मे जैकी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं

बॉलीवुड के प्रख्यात अभिनेता जैकी श्रॉफ आज अपना 67वा जन्मदिन मना रहे है। पिछले चार दशकों से फ़िल्मी जगत पर राज कर रहे जैकी श्रॉफ आज 67 साल के हो गए है। मुंबई की तीन बत्ती चॉल में जन्मे जैकी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। जैकी अपने बिंदास रवैया और स्टाइलिश लुक्स के लिए जाने जाते है। आज जग्गू दादा के नाम से मशहूर जैकी श्रॉफ की जिंदगी किसी फिल्म से कम नहीं रही है।

जैकी श्रॉफ का जन्म 1 फरवरी 1957 को बॉम्बे {मुंबई} में हुआ था। जैकी का असली नाम जयकिशन काकूभाई श्रॉफ है। उनके पिता काकूभाई हरिभाई श्रॉफ गुजराती थे, जबकि उनकी मां तुर्कमेनिस्तान की थीं। आर्थिक तंगी होने की वजह से जैकी श्रॉफ ने 11वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद जूनियर कॉलेज छोड़ दिया। पढ़ाई छोड़ने के बाद जैकी 2 सालों तक कुछ नहीं कर सके। कुछ समय बाद वो अपने दोस्तों के साथ मिलकर चॉल के पास सिनेमाघरों में पोस्टर लगाने का काम करने लगे। खाली समय में वो थिएटर के बाहर मूंगफली भी बेचते थे।

* 10 साल के जैकी ने बड़े भाई को समंदर में डूबते देखा
जैकी श्रॉफ के बड़े भाई उनसे 7 साल बड़े थे। 1967 में उनके भाई को एक नौकरी मिल गई। परिवार को लगा ही था कि अब उनकी गरीबी दूर हो जाएगी, लेकिन एक हादसे से सब बर्बाद हो गया। दरअसल, जैकी के भाई अपने एक दोस्त को बचाने के लिए समुद्र में कूद गए थे, जबकि उन्हें खुद तैरना नहीं आता था। ये मंजर 10 साल के जैकी ने देखा था, जिससे वो बुरी तरह टूट गए थे।

*माँ ने अपनी साडिया बेचकर करवाई पढाई
जैकी के घर पैसो की कमी होने की वजह से उनकी माँ ने जैकी की पढाई पूरी करवाने के लिए अपनी साडिया बेच डाली। घर में पैसो की तंगी देख जैकी ने 11वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद जूनियर कॉलेज छोड़ दिया।

* बस स्टॉप पर खड़े-खड़े मिला पहला मॉडलिंग प्रोजेक्ट
एक दिन बस स्टैंड पर एक आदमी ने इन्हें देखा और कहा मॉडलिंग करोगे क्या? जैकी ने सवाल के बदले सवाल पूछा- पैसे दोगे क्या? इन दो सवालों में हुई बातचीत ने चॉल के मामूली लड़के को बॉलीवुड का स्टार बना दिया।

*कैसे बने ‘जग्गू दादा’
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा की मेरे बड़े भाई को दादा कहा जाता था, क्युकी वे सबकी मदद करते थे। उनके जाने के बाद, मै भी लोगो की मदद करने लगा। इसीलिए उनका नाम ‘जग्गू दादा’ रखा गया। चॉल में सभी उन्हें इसी नाम से बुलाते थे।

* ‘स्वामी दादा’ से की शुरुआत, ‘हीरो’ से मिली पहचान
श्रॉफ ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत देव आनंद की फिल्म ‘स्वामी दादा’ से की थी। फिल्म हीरो ने उन्हें पहचान दिलाई। फिल्म में वे मुख्य किरदार की भूमिका में थे। उनके साथ एक्ट्रेस मीनाक्षी शेषाद्रि भी थीं। चार दशकों से अधिक के करियर में, श्रॉफ ने 13 भाषाओं में 220 से अधिक फिल्मों में काम किया है।

Exit mobile version