प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय भवन सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल समेत केंद्र और राज्य के मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा डायमंड बोर्स के अध्यक्ष और बर्से समिति के सदस्यों सहित हीरा उद्योग के विशेषज्ञ मौजूद रहे। सूरत के खजोद इलाके में बना यह सूरत डायमंड बोर्स गुतराज राज्य और देश के आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर बनेगा। सूरत में बने इस ऑफिस को अमेरिका के पेंटागन से भी बड़ा माना जा रहा है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का भी उद्घाटन किया।
- सूरत डायमंड बोर्स में हैं कई खूबियां
- बनेगा देश के आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर
- करीब साढ़े 4 हजार हीरा व्यापार के ऑफिस हैं यहां
- ड्रीम सिटी में 35.54 एकड़ पर बनी यह मेगा संरचना
- दुनिया की सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड बिल्डिंग है डायमंड बोर्स
- 4 हजार 500 से अधिक इंटरकनेक्टेड ऑफिस को पेंटागन
- करीब 1.5 लाख लोगों को मिलेगा यहां रोजगार
- भूतल के नौ टावर और 15 मंजिल तैयार
- पीएम ने सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का भी किया उद्घाटन
सूरत डायमंड बोर्स बिल्डिंग में हैं कई खासियत
बता दें गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल ने फरवरी 2015 में एसडीबी और ड्रीम सिटी परियोजना का शिलान्यास किया था। करीब 3 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से सूरत डायमंड बोर्स का निर्माण किया गया है। यह करीब 35.54 एकड़ जमीन पर तैयार किया गया है। दरअसल सूरत डायमंड बोर्स कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे के कारोबार का बड़ा कारोबारी केंद्र है। डायमंड बोर्स दुनिया की सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड बिल्डिंग है। 4 हजार 500 से अधिक इंटरकनेक्टेड ऑफिस को पेंटागन से भी बड़ा माना जा रहा है। यहां करीब 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। एसडीबी भवन करीब 67 लाख वर्ग फुट से अधिक फर्श क्षेत्र वाला दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय परिसर है। यह सूरत शहर के पास खजोद गांव में बनाया गया है। इसकी कीमत लगभग 3 हजार करोड़ रुपये है। एसडीबी भवन के करीब साढ़े 4 हजार हीरा व्यापार के ऑफिस हैं। ड्रीम सिटी में करीब 35.54 एकड़ के भूखंड पर बनी यह मेगा संरचना में भूतल के नौ टावर और 15 मंजिल तैयारी की गईं हैं। जिसमें 300 वर्ग फुट से एक लाख वर्ग फुट तक के कार्यालय स्थान हैं। यहां एक साथ करीब 67 हजार लोग, हीरा कारोबारी और विजिटर्स काम कर सकते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से भवन में एंट्री से पहले उच्च सुरक्षा चौकियों से गुजरना पड़ता है। साथ ही सार्वजनिक घोषणा प्रणाली हैं। भवन में भूतल पर सदस्यों के लिए बैंक और रेस्तरां के साथ डायमंड लैब जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। इसे दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन भी कहा जा सकता है। कच्चे हीरे के कारोबार से लेकर पॉलिश हीरे के विक्रय तक-दोनों काम यहां हो सकेंगे। एक तरह से यहां विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है। जिसके हर एक कार्यालय में आपस में कनेक्टिविटी है। करीब 4 हजार से अधिक कैमरे और अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष भी बनाए गए हैं। जिससे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों। मुंबई के कई हीरा व्यापारियों ने उद्घाटन के पहले ही यहां अपना कारोबार भी शुरू कर दिया है। नीलामी के बाद उन्हें प्रबंधन की ओर से इन्हें आवंटित किये गये थे।
सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में सूरत हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का भी उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने ने सूरत में रोड शो किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए भारी संख्या में स्थानीय लोग इकट्ठा हुए। बता दें सूरत एयरपोर्ट पर नये एकीकृत टर्मिनल भवन की क्षमता पीक आवर्स में 1,200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने की है। जानकारी के अनुसार इस टर्मिनल भवन में पीक ऑवर क्षमता को 3 हजार यात्रियों तक बढ़ाने का प्रावधान भी किया गया है। इसके साथ ही वार्षिक हैंडलिंग क्षमता को भी 55 लाख यात्रियों तक बढ़ाने का प्रावधान है।