गुजरात में बिपरजॉय तूफान ने मचाई तबाही, 2 लोगों की मौत 22 घायल, पीएम ने गुजरात के सीएम से जाने हालात

चक्रवात बिपरजॉय ने गुरुवार शाम गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक दी। तटीय क्षेत्र में भारी बारिश हुई, जहां बिजली गुल होने से कई इलाकों में अंधेरा छा गया और बड़ी संख्या में पेड़, बिजली के खंभे और होर्डिंग उखड़ गए। तूफान के कारण शुक्रवार को सौराष्ट्र-कच्छ तट पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके चलते सोमवार तक सोमनाथ, द्वारका सहित सभी मंदिरों को दर्शनार्थियों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इन क्षेत्रों के सभी स्कूल और कॉलेजों को भी अगले तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। बचावकर्मी चक्रवात के गुजरने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे पुनर्वास कार्य शुरू कर सकें।

 

शुक्रवार को प्रभावित इलाकों की जानकारी लेगा प्रशासन
गुरुवार शाम साढ़े छह बजे गुजरात के कच्छ-सौराष्ट्र में बाइपरजॉय तूफान आया। आधी रात तक इसकी लैंडिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। इस दौरान 125 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। बाद में हवा की गति घटकर 108 किमी प्रति घंटा रह गई। भुज में 12.5 सेंटीमीटर तक बारिश हुई है। द्वारका और भुज में बिजली बंद कर दी गई है।गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडेय ने कहा कि प्रशासन शुक्रवार को प्रभावित इलाकों का दौरा करेगा. उसके बाद नुकसान की वास्तविक जानकारी मिल सकेगी। अभी तक जो इनपुट मिले हैं उसके मुताबिक 22 लोग घायल हुए हैं. 23 पशुओं की मौत हुई है, जबकि 524 पेड़ गिरे हैं।

 

 बकरियों को बचाने के प्रयास में पिता-पुत्र की हुई मौत 
भावनगर जिले में अपनी बकरियों को बचाने की कोशिश के दौरान पिता और पुत्र की जोड़ी की मौत हो गई। भावनगर सहित राज्य के कई हिस्सों में चक्रवात के दस्तक देने के साथ ही अच्छी बारिश हुई। इसके अलावा राज्य में चक्रवात से संबंधित किसी मौत की सूचना नहीं है। कच्छ जिले में, जो सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र था, मौत की कोई खबर नहीं थी।

 

बिपरजॉय राजस्थान की ओर बढ़ रहा है
चक्रवात बिपरजॉय गुजरात के 940 गांवों से होते हुए राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को दक्षिणी राजस्थान के पाटन और बनासकांठा में भारी बारिश होगी। तूफान ने कच्छ से पाकिस्तान की सीमा को छुआ।

 

15 जहाज और 7 विमान तैयार रखे
तटीय इलाकों से 94 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया। कोस्ट गार्ड ने 15 जहाज और 7 विमान तैयार रखे थे। एनडीआरएफ की 27 टीमों को भी तैनात किया गया था।पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और हालात की जानकारी ली है। इसके बाद पटेल स्टेट कंट्रोल रूम भी पहुंचे।

 

बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान की आशंका
हजारों बचावकर्मियों, आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों और सैन्य कर्मियों ने गुरुवार को तूफान के गुजरने का इंतजार किया ताकि पुनर्वास कार्य शुरू किया जा सके. ऐसा इसलिए क्योंकि विशेषज्ञों और अधिकारियों ने कच्छ और सौराष्ट्र में चक्रवात बिपरजॉय के तूफान के बाद बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान होने की आशंका जताई थी.

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