Gujarat Assembly Election के लिए आम आदमी पार्टी ने पूरी तरह से कमर कस ली है। पार्टी ने कुछ दिन पहले ही गुजरात में सीएम पद के उम्मीदवार का एलान कर दिया है। यहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो इशुदान गढ़वी को पार्टी सीएम बनाएगी। इसके चलते आम आदमी में असंतोष भी दिखाई दे रहा है। पार्टी के पुराने नेता इंद्रनील राजगुरु ने पार्टी छोड़ दी है।
दिल्ली के सीएम और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में इशुदान गढ़वी को आम आदमी पाटी्र की ओर से सीएम पद का उम्मीदवार बनाया है। स्थानीय लोगों में इसे लेकर आम आदमी पार्टी के प्रति सकारात्म रवैया नजर आ रहा है। लोग मानते हैं कि इशुदान गढ़वी को सीएम चेहरा घोषित करने से आप को फायदा होगा। गौरतलब है कि इशुदान गढ़वी को आप की ओर से सीएम उम्मीदवार बनाने के बाद पार्टी में बगावत भी देखने को मिली है।
दो चरणों में मतदान
गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा। नतीजे आठ दिसंबर को सामने आयेंगे।इसुदान गढ़वी अपने गृह जिले देवभूमि द्वारका की खंभालिया सीट से चुनाव लड़ेंगे। केजरीवाल ने कहा कि किसानोंए बेरोजगार युवाओंए महिलाओंए व्यापारियों के लिए सालों तक आवाज उठाने वाले इसुदान गढ़वी जाम खंभालिया से चुनाव लड़ेंगे। भगवान कृष्ण की पवित्र भूमि से गुजरात को एक नया और अच्छा मुख्यमंत्री मिलेगा। इसका जवाब देते हुए गढ़वी ने ट्वीट किया।आपने और गुजरात के लोगों ने मुझ पर भरोसा जताया है। विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपनी आखिरी सांस तक गुजरात के लोगों की सेवा करूंगा।
टीवी पत्रकार रह चुके हैं गढ़वी
बता दें गढ़वी पूर्व में टीवी पत्रकार रह चुके हैं। जिनका नाम आप द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया था। पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया और महासचिव एम सोरथिया भी इस दौड़ में शामिल थे। लेकिन द्वारका जिले के एक कृषि परिवार से ताल्लुक रखने वाले गढ़वी को लगभग 73 फीसदी वोट मिले थे तथा इटालिया और सोरथिया बहुत पीछे रह गये थे।
गुजरात में पंजाब का माडल
आम आदमी पार्टी ने गुजरात में भी वही प्रयोग किया है जो उसने पंजाब में किया था। गुजरात में आम आदमी पार्टी के सामने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर दो चेहरे इसुदान गढ़वी और गोपाल इटालिया सामने आए थे। पार्टी के सर्वे में इसुदान गढ़वी का पलड़ा भारी पड़ा। जिसकी वजह से अरविंद केजरीवाल ने इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया।
किसान परिवार से रखते हैं ताल्लुक
10 जनवरीए 1982 को जामनगर जिले के पिपलिया गांव में जन्मे इसुदान गढवी एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता खेराजभाई खेती करते हैं। राजनीति में कदम रखने से पहले इसुदान गढ़वी एक पत्रकार थे। इसुदान गढ़वी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई जाम खंभालिया में पूरी की। उन्होंने कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया। बाद में गुजरात विद्यापीठ से पत्रकारिता की पढ़ाई की।