Monday, May 12, 2025
  • Contact
India News
  • मुख्य समाचार
  • राजनीति
  • संपादक की पसंद
  • शहर और राज्य
    • उत्तर प्रदेश
      • आगरा
      • कानपुर
      • लखनऊ
      • मेरठ
    • छत्तीसगढ
      • जगदलपुर
      • बिलासपुर
      • भिलाई
      • रायपुर
    • दिल्ली
    • बिहार
      • पटना
    • मध्य प्रदेश
      • इंदौर
      • ग्वालियर
      • जबलपुर
      • भोपाल
    • महाराष्ट्र
      • नागपुर
      • नासिको
      • पुणे
      • मुंबई
    • राजस्थान
      • अजमेर
      • कोटा
      • जयपुर
      • जैसलमेर
      • जोधपुर
  • स्टार्टअप
  • कृषि
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • धर्म
  • ऑटो
  • सरकारी नौकरी
  • वीडियो
No Result
View All Result
LIVE India News
ADVERTISEMENT
Home कृषि

छत्तीसगढ़ में धान पर घमासान! क्या है धान का चुनावी गणित जिसे भूपेश सरकार हल करने में जुटी है

DigitalDesk by DigitalDesk
June 14, 2023
in कृषि, छत्तीसगढ, मुख्य समाचार, राजनीति, रायपुर
0
Government bought paddy
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsapp

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस धान के हंसिये से वोटों की फसल काटने की तैयारी कर रही है। राज्य की भूपेश सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदने को अपनी उपलब्धि के तौर पर गिना रही है। कांग्रेस के रणनीतिकारों की माने तो यह सीधा गणित है। राज्य में करीब 40 लाख परिवार सीधे तौर पर खेती-किसानी से जुड़े हैं। 25 लाख से अधिक किसानों ने तो 2022 में धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था। अगर प्रति परिवार दो लोगों को ही वयस्क मतदाता के रूप में चिन्हित किया जाए तो भी धान से लाभान्वित हो रहे मतदाताओं की संख्या राज्य में करीब 50 लाख से अधिक है। पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बीजेपी की अपेक्षा 60 लाख से अधिक लोगों ने वोट दिया था। यह कुल मतदान का 43 प्रतिशत बैठता है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अगर अपने किसान वोटों को साधे रखने में सफल हो गई तो उसे फिर लगातार दूसरी सत्ता में वापसी को लेकर मुश्किल नहीं होगी।

  • धान के ‘कटोरे’ में धान पर घमासान
  • आखिर छत्तीसगढ़ में कौन खरीदता है धान?
  • छत्तीसगढ़ में धान पर घमासान!
  • धान, बयान और सियासी घमासान
  • धान पर घमासान,कैसे निकलेगा समाधान?
  • धान को लेकर सीएम ने साधा केन्द्र पर निशाना
  • ‘छत्तीसगढ़ में धान नहीं खरीदी एफसीआई’
  • ‘बीजेपी झूठ बोलकर फैला रही भ्रम

यहीं वहीं है कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों धान पर सियासत गरमा गई है। राज्य की भूपेश सरकार जहां किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बता रही है तो वहीं विपक्षी दल बीजेपी का कहना है कि धान खरीदी तो केन्द्र सरकार करती है। क्योंकि पिछले साढ़े चार साल में धान खरीदी के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने राज्य की मौजूदा सरकार को 65 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। दरअसल सामने विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों में ज्यादा किसान हितैषी होने की होड़ चल रही है।

Related posts

सेना और विदेश मंत्रालय की साझा प्रेस ब्रीफिंग….कर्नल सोफिया कुरैशी बोलीं- पाकिस्तान ने की भारत पर हमले की कोशिश…15 शहरों पर हमलों की नाकाम कोशिश की…

सेना और विदेश मंत्रालय की साझा प्रेस ब्रीफिंग….कर्नल सोफिया कुरैशी बोलीं- पाकिस्तान ने की भारत पर हमले की कोशिश…15 शहरों पर हमलों की नाकाम कोशिश की…

May 8, 2025
ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान…भारत के सीमावर्ती इन स्थानों पर की हमले की नाकाम कोशिश…भारतीय सेना ने दिया मुहंतोड़ जवाब

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान…भारत के सीमावर्ती इन स्थानों पर की हमले की नाकाम कोशिश…भारतीय सेना ने दिया मुहंतोड़ जवाब

May 8, 2025

2500 रुपये क्विंटल धान खरीदी कांग्रेस की उपलब्धि

राज्य की भूपेश सरकार जहां किसानों से 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बताकर जनता के बीच जा रही है तो वहीं बीजेपी ने यह कहकर हलचल पैदा कर दी है कि राज्य में धान खरीदी तो केन्द्र सरकार करती हैं। केन्द्र सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में धान खरीदी के लिए 65 हजार करोड़ की राशि राज्य सरकार को दी है। बीजेपी के इस बयान का काउंटर करने के लिए आखिर में राज्य के सीएम भूपेश बघेल और कैबिनेट मंत्री मो.अकबर को मैदान में उतरना पड़ा। प्रेस कांफ्रेंस के जरिए मंत्री ने बीजेपी के दावे का खंडन करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने पैसे से किसानों से धान खरीद रही है। वहीं सीएम भूपेश बघेल ने भी यह कहकर बीजेपी के दावे की हवा निकालने का प्रयास किया कि धान खरीदी की एजेंसी और पूरा सिस्टम राज्य सरकार का है। राज्य सरकार ही प्रदेश में धान की खरीदी करती है। केन्द्र सरकार केवल हरियाणा और पंजाब में धान की खरीदी करती है। उसे एफसीआई के जरिए छत्तीसगढ़ में भी धान खरीदी करना चाहिए। सीएम ने बीजेपी पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।

चावल के लिए केन्द्र से मिले 65 हजार करोड़,धान के लिए नहीं

यह सच है कि छत्तीसगढ़ सरकार केन्द्र की एजेंसी के रूप में धान की खरीदी करती है। धान से चावल बनाकर एफसीआई को सौंपती है। जिसके बाद केन्द्र सरकार राज्य सरकार को राशि उपलब्ध कराती है। इसी रूप में केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार को पिछले करीब साढ़े चार साल में करीब 65 हजार करोड़ की राशि उपलब्ध कराई है। लेकिन धान खरीदी की सच्चाई इससे आगे भी है। राज्य की मौजूदा भूपेश सरकार किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से समर्थन मूल्य और 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल के दर की अंतर की राशि 9 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से किसानों को दे रही है जो शायद देश में पहला उदाहरण है। यानी भाजपा और कांग्रेस दोनों का कथन अर्ध सत्य है।

Post Views: 111
Tags: BJPchhattisgarh assembly electionCM Bhupesh BaghelCongress governmentFCIPaddy Purchase
LIVE India News

लाइव इंडिया न्यूज 2016 से आप तक खबरें पंहुचा रहा है। लाइव इंडिया वेबसाइट का मकसद ब्रेकिंग, नेशनल, इंटरनेशनल, राजनीति, बिजनेस और अर्थतंत्र से जुड़े हर अपडेट्स सही समय पर देना है। देश के हिंदी भाषी राज्यों से रोजमर्रा की खबरों से लेकर राजनीति नेशनल व इंटरनेशनल मुद्दों से जुडी खबरें और उनके पीछे छुपे सवालों को बेधड़क सामने लाना, देश-विदेश के राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों का विश्लेषण बेबाकी से करना हमारा मकसद है।

Vihan Limelite Event & Entertainment Pvt Ltd
Regd Office Flat No 1
Mig 3 E 6
Arera Colony Bhopal

Branch Office
Main Road. Tikraparaa
Raipur CG

Director Deepti Chaurasia
Mobile No 7725016291

Email id - liveindianewsandviews@gmail.com

Currently Playing

भारत का बार पाक का आंतक खाक ऑपरेशन सिंदूर में मरे थे ये 5 बड़े आतंकवादी

slide 1 to 3 of 3
भारत का बार पाक का आंतक खाक ऑपरेशन सिंदूर में मरे थे ये 5 बड़े आतंकवादी

भारत का बार पाक का आंतक खाक ऑपरेशन सिंदूर में मरे थे ये 5 बड़े आतंकवादी

स्पेशल
Indian Army Chief General Upendra Dwivedi has been given charge of the Territorial Army

जानें क्या है भारत की टेरिटोरियल आर्मी या प्रादेशिक सेना…आर्मी चीफ को मिली इस स्पेशल सेना को बुलाने की ये शक्ति

स्पेशल
Fake news factory operating from Pakistan amidst tension

सावधान…तनाव के बीच पाकिस्तान से चल रही फेक न्यूज की फैक्ट्री…! ऐसे जानें इन फर्जी सोशल मीडिया एकाउंट्स की सच्चाई

स्पेशल

RSS Home 1

  • [Action required] Your RSS.app Trial has Expired. May 12, 2025
    Your trial has expired. Please update your subscription plan at rss.app. - (B3jAsBd4opujvyfO)
  • Contact

© Copyright 2022,LIVE INDIA NEWS. All Rights Reserved | Email: Info@liveindia.news

No Result
View All Result
  • Home
  • मुख्य समाचार
  • शहर और राज्य
  • राजनीति
  • बिजनेस
  • संपादक की पसंद
  • मनोरंजन
  • स्टार्टअप
  • धर्म
  • कृषि

© Copyright 2022,LIVE INDIA NEWS. All Rights Reserved | Email: Info@liveindia.news

Go to mobile version