अमेरिका और चीन की वजह से कम हुई सोने की चमक… और अभी और गिरेगी कीमत…क्या दस ग्राम सोने के दाम 85 हजार तक जा सकते है?
सोना पिछले 50 दिनों की मूविंग एवरेज सीमा के निचले सिरे पर आ गया है, जो नवंबर 2024 से लगातार सपोर्ट प्रदान कर रही थी। अगर यह सपोर्ट अब टूटता है तो सोने के दाम में गिरावट और गहरी हो सकती है।
बता दें कभी गोल्ड एक लाख प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई पर जा पहुंचा था। हालांकि अब दस ग्राम सोने की कीमत 92 हजार रुपये के नीचे फिसल चुकी हैं। 16 मई 2025 को MCX पर जून गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट्स में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि गोल्ड के दाम में गिरावट की सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन के बीच का कारोबारी तनाव कम होना माना जा रहा है।
दरअसल अमेरिका और चीन दोनों ही देशों ने आपसी समझौते के तहत अगले 90 दिन तक एक-दूसरे के सामानों पर चार्ज किये गये टैरिफ को कम कर दिया है। इससे निवेशकों का रुख सुरक्षित निवेश यानी गोल्ड से हटकर अब जोखिम वाले एसेट्स की ओर होता नजर आ रहा है।
मजबूत डॉलर के चलते भी गोल्ड के दाम गिरे
इस समय लगातार चौथे हफ्ते डॉलर इंडेक्स मजबूत हो रहा है। जिससे दूसरे करेंसी धारकों के लिए गोल्ड महंगा हो जाता है। साथ ही उसकी मांग भी घटती है। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। स्पॉट गोल्ड की बात की करें तो अमेरिकन गोल्ड बाज़ार में दाम करीब 3,210.19 डॉलर प्रति औंस तक फिसलकर नीचे आ चुके हैं। यह इस सप्ताह की लगभग तीन प्रतिशत की गिरावट को दिखाता है। जबकि नवंबर 2024 के बाद की यह सबसे बड़ी वीकली गिरावट है।
US फेडरल रिजर्व नीति से भी राहत नहीं
विशेषज्ञों की माने तो US फेड की ओर से ब्याज की दरों में कटौती के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। जिस के चलते बुलियन मार्केट यानी सोने की खरीदारी में उत्साह कम नजर आ रहा है। जब ब्याज दरें कम नहीं होती है तो गोल्ड का आकर्षण भी कम हो जाता है क्योंकि इससे कैरी कॉस्ट बढ़ती है।
वहीं द मिंट पर की रिपोर्ट पर भरोसा करें तो गोल्ड अब 50-दिनों की मूविंग एवरेज सीमा के निचले सिरे पर आ गया है। यह नवंबर 2024 से लगातार सपोर्ट प्रदान कर रही थी। अगर यह आगे और सपोर्ट टूटता है, तो गिरावट में और गहराई देखी जा सकती है। इसी रिपोर्ट में अर्थ जगत के विश्लेषकों की मानें तो 3,136 डॉलर एक महत्वपूर्ण स्तर होने के साथ अगर यह स्तर कम होता है या टूटता है तो यह गिरावट करीब 2,875–2,950 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है।
वहीं इसी रिपोर्ट में कुछ विशेषज्ञों का कहना है जब तक सोना 94 हजार के नीचे है। तब तक गोल्ड के दाम में कमजोरी बनी रह सकती है। लेकिन, गोल्ड के दाम अगर 89 हजार 500 का स्तर तोड़ते हैं तो अगला बड़ा सपोर्ट 85 हजार पर होगा।