देश में आम चुनाव के लिए सियासी जंग जारी है। इसके बीच इलेक्टोरल बॉन्ड का मुद्दा चुनाव में गरमाया हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने गुरुवार को इस मुद्दे पर एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केन्द्र सरकार के साथ सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला किया। लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है। किस तरह कांग्रेस के बैंक खातों को सीज किया गया। यह केवल मोदी सरकार कांग्रेस पर हमला नहीं,यह लोकतंत्र पर हमला है।
सोनिया, राहुल और खरगे का सरकार पर बड़ा आरोप
- इलेक्ट्रॉनिक बॉड से बीजेपी को हुआ बड़ा लाभ—सोनिया
- सोनिया, राहुल और खरगे का सरकार पर बड़ा आरोप
- हम सही तरीके से चुनाव प्रचार नहीं कर पा रहे हैं—राहुल
- हम रेलवे के टिकट तक नहीं खरीद पा रहे हैं— राहुल
- नेता को एक शहर से दूसरे शहर नहीं भेज सकते हम,क्योंकि पैसा नहीं है—राहुल
- सीताराम केसरी के जमाने के मामले में अब सीज किये कांग्रेस के खाते
- निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी को मिले समान अवसर
- कांग्रेस के खातों पर लगी रोक हटाई जाए
- 115 करोड़ रुपये कांग्रेस से जबरन वसूले गये
- आईटी डिपार्टमेंट ने डराधमका कर की वसूली
- बैंक मैनेजर को डराधमका कर हमारे पैसे निकाले
- कांग्रेस के खातों पर जोरदार हमला किया गया
- कांग्रेस के 11 बैंक खातों को किया गया फ्रीज
- प्रचार भी नहीं कर पा रहे हैं
- कांग्रेसी नहीं कर पा रहे हैं अपना प्रचार
115 करोड़ इनकम टैक्स ने सरकार को किये ट्रांसफर
कांग्रेस नेताओं ने कहा उनकी पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिये गये हैं। कांग्रेस का बैंक खाता फ्रीज करना सत्ताधारी पार्टी का खतरनाक खेल है। जबकि सत्ताधारी बीजेपी खुद हजारों करोड़ रुपये भर चुकी है, और कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया। खरगे ने कहा भारत की पूरी दुनिया में लोकतंत्र, मूल्यों और आदर्शों के लिए पहचान बनी हुई है। पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड की सच्चाई सबके सामने आ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा किसी भी लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव बहुत आवश्यक होता है। सभी के लिए समान अवसर होना चाहिए। लेकिन कांग्रेस बराबरी से आम चुनाव ना लड़ सके इसलिए बैंक खाते सीज कर दिए। यह कदम राजनीतिक दल को चुनाव लड़ने में बाधा पैदा कर खतरनाक खेल खेला गया है। हर ओर महज इनका यानी बीजेपी का ही विज्ञापन लगा दिखाई दे रहा है। उसमें भी मोनोपोली नजर आ रही है। प्रेस कांफ्रेन्स के दौरान पार्टी अध्यक्ष खरगे के बाद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। सोनिया ने कहा जो मुद्दा कांग्रेस ने उठाया है वह बहुत महत्वपूर्ण है। यह कदम महज कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए भी खतरनाक है। सोनिया गांधी ने कहा जनता की ओर से दिए गये पैसे कांग्रेस से लूटे जा रह हैं, यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है।
खाते सीज करना आराधिक कदम,जो प्रधानमंत्री कर रहे-राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा हम और यह सोच भी नहीं सकते, आपका बैंक खाता इस तरह बंद किया जा सकता है। यह एक माह पहले कांग्रेस झेल चुकी है। कांग्रेस के साथ अन्याय किया जा रहा है। हम सहीं से लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार नहीं कर पा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा जब सारी आर्थिक पहचान मिटा दी जाए तो कैसा लगता है।चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा चुनाव आयोग ने इस मामले में एक शब्द नहीं कहा। एक महिने पहले कांग्रेस के सभी खाते सीज कर दिये गये। किसी संस्थान किसी कोर्ट ने चूं तक नहीं की, सब तमाशा देखते रहे। हम रेल टिकट नहीं खरीद पा रहे हैं। हम चुनाव के लिए प्रचार नहीं कर पा रहे हैं। नेता को एक शहर से दूसरे शहर नहीं भेज पा रहे हैं। कांग्रेस का बहुत बड़ा नुकसान हो चुका है। यह आराधिक कदम है, जो प्रधानमंत्री कर रहे हैं। चुनाव आयोग को इस बारे में कुछ करना चाहिए। भारत में लोकतंत्र बचा ही नहीं है।
बैंक खातों में पड़े 285 करोड़ हम नहीं कर पा रहे उपयोग
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। हम अपने बैंक खातों में पड़े 285 करोड़ हम उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में कैसे लोकतंत्र जिंदा रहेगा। दुख के साथ कहना पड़ रहा है, पिछले सप्ताह हमे नोटिस मिला है, उस मामले में जो 1994 और 1995 का है। सीताराम केसरी के जमाने का। माकन ने कहा हर राजनीति पार्टी को टेक्स से छूट मिलती है फिर कांग्रेस को क्यों नोटिस दिया गया। नोटिस की टाइमिंग पर भी अजय माकन ने सवाल खड़े किये। यह कांग्रेस के लिए बड़ी सजा है। करोड़ों रुपये की पेनाल्टी कांग्रेस पर लगाई गई है। महज 30 दिन देरी से खातों की जानकारी देने पर यह आयकर विभाग ने कार्रवाई की है। 210 करोड़ की पेनाल्टी लगा दी गई। यह अन्याय है। 115 करोड़ रुपये आयकर विभाग के अधिकारियों ने बैंक मेनेजर को डरा धमकाकर सरकार के खातों में जमा करा दिये। यह देश की जनता की लड़ाई है। ऐसे में लोकतंत्र कैसे जिंदा रहेगा। 14 लाख 40 हजार के बजाए 210 करोड़ का जुर्माना कांग्रेस पर आयकर विभाग ने लगाया है।