सड़कों पर अपने इलेक्ट्रिक कारों को दौड़ते तो देखा होगा यह पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी है इलेक्ट्रिक व्हीकल दरअसल पेट्रोल डीजल वाहनों का विकल्प माना जा रहा है। लेकिन इसकी कीमतें अब भी आम आदमी की पहुंच से दूर हैं। चाहे वह इलेक्ट्रिक कार हो या इलेक्ट्रिक टू व्हीलर। लेकिन अब एक उम्मीद नजर आ रही है। कार बाजार में ईवी के हिस्सेदारी बढ़कर 10 प्रतिशत होने वाली है। दरअसल आने वाले 2025 तक बैटरी लगभग 38 फीसदी सस्ती होने वाली है। इससे 10 लाख की ईवी आपको 7 लाख में मिल सकेगी।
- 2025 तक ईवी की होगी 10% हिस्सेदारी
- बैटरी के दाम में होगी 38% तक कमी
- 7 लाख में मिलेगी 10 लाख की ईवी
- शोरुम से सड़क तक ईवी का होगा साम्राज्य
- टाटा इस साल लेकर आएगी चार नई कारें
- शोरुम पर होगी Tata Curvv EV
- इलेक्ट्रिक सफारी भी भरेगी सड़क पर फर्राटा
- नए मॉडल्स में इलेक्ट्रिक कार भी होंगी शामिल
- आने वाली हैं TATA की नई कार
- जून के बाद लॉन्च होगी इलेक्ट्रिक टाटा हैरियर
आने वाले दो साल में देश का इलेक्ट्रिक कारों का बाजार लगभग पूरी तरह से बदल जाने वाला है। क्योंकि आने वाले समय में बैटरी और चिप दोनों के दाम कम होंगे। साल 2021 में जब 1 किलोवाट आॅवर बैटरी की लागत लगभग 130 डॉलर यानी 10850 रुपए थी जो 2025 में 100 डॉलर यानी 8350 पर आ गई है। एक फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च एनालिस्ट के अनुसार घटती कीमत आम आदमी को फायदा पहुंचाएंगी। यह नई कंपनियां मार्केट में उतरेंगी तो प्रतिस्पर्धा बढ़ने से दाम और घटेंगे। 2025 तक एक kwh की लागत घटकर 6650 तक रहने की उम्मीद है। जबकि अभी बाजार में 17 से 108 kwh बैटरी तक के तक की ईवी है।
ईवी में 70 फ़ीसदी लागत बैटरी की
दरअसल बैटरी की ही होती है इस हिसाब से देखा जाए तो 12 लाख की ईवी की कीमत 8 लाख रुपए तक घट जाएगी। दूसरा देश में सेमीकंडक्टर चिप बनने से करीब 10% और ईवी की कीमत घटेगी। ऐसे में कीमती कीमतें 7 लाख रुपए के आसपास रह जाएंगी। विशेषज्ञ बताते हैं की बैटरी सस्ती होने का असर भी दिखने लगा है। एमडी मदर इंडिया में कोमेट ईवी की कीमत करीब 8 लाख से घटकर 7 लाख कर दी है। अगले साल तक कई नई ईवी मॉडल बाजार में आने की उम्मीद है। सभी कार ईवी में बदल जाएंगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि कूपे जैसी कर्ब ईवी जुलाई तक मार्केट में लॉन्च हो सकती है। इसी तरह महिंद्रा दो साल में 5 ईवी SUV 2025 में एसयूवी 700 जैसी ईवी आएगी। बैटरी पर काम जारी है। इसी तरह मारुति सुजुकी इंडिया की ओर से भी पहल की जा रही है। इसकी पहली ईवी दिसंबर तक बाजार में आने की उम्मीद है। संभावित कीमतें 22 लाख बताई जा रही है। 2025 में कंपनी नई मॉडल लॉन्च करेगी। 2025 तक किस तरह की कारों की कीमतें 5 लाख रुपए तक रह जाएंगे। इससे कम दाम की कोई कार् पेट्रोल में नहीं आती। ऐसे में उपभोक्ता तेजी से ईवी और शिफ्ट हो सकते हैं। इससे कर बाजार में कीमतें कम होंगी और हिस्सेदारी बढ़ेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि ईवी की हिस्सेदारी बढ़कर 10 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।
बाजार को मिलेगा MG मोटर्स और JSW पार्टनरशिप का लाभ
विशेषज्ञ बताते हैं कि MG मोटर्स और JSW के बीच पार्टनरशिप होने से भारतीय मार्केट में बड़ा प्रभाव पड़ेगा। MG के पास चीन की पेटेंट कंपनी सेट मोटर से सस्ती टेक्नोलॉजी भी है। JSW के पास अल्युमिनियम प्लांट्स हैं। ऐसे में ऑटो एक मोबाइल एक्सपर्ट्स कहते हैं कि EV सेगमेंट की ग्रोथ देखते हुए कई दूसरे नॉन ऑटोमोबाइल कंपनियां इस बाजार में आ सकती है। विशेषज्ञों का कहना है EV की रेंज 2018 से हर साल 10 फीसदी 10% बढ़ रही है। अब 700 किमी तक रेंज वाली ईवी भी बाजार में मौजूद है। जबकि गारंटी की बात करें तो अब बैटरी पैक पर 8 साल तक की वारंटी मिलने लगी है। 2023 तक 5 साल थी। इससे उपभोक्ता का भरोसा भी बढ़ रहा है। लागत की बात करें तो 2023 में लिथियम आयन बैटरी पैक करीब 14 प्रतिशत सस्ते हुए हैं। इसमें 40 kwh की लागत करीब 70000 रुपए के आसपास कम हुई है। वहीं भारतीय बाजार की बात करें तो 2023 से 25 के बीच 259 प्रतिशत ग्रोथ भारत में इंडस्ट्री के 2025 तक 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक के होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह हिस्सेदारी 2023 में 16700 करोड़ रुपए थी।