दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन बैठक से ठीक पहले जी-20 के मेहमान राजघाट पहुंचे। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी जी20 के नेताओं का अंगवस्त्र से स्वागत किया। राजघाट पर विदेश मेहमानों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट पर सभी ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि की साथ ही राजघाट में पीस वॉल पर हस्ताक्षर भी किये। इसके साथ ही यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री सुनक अक्षरधाम मंदिर पहुंचे और दर्शन किये।
- दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन
- दूसरे दिन बैठक से ठीक पहले राजघाट पहुंचे विदेशी मेहमान
- जी-20 के मेहमान पहुंचे राजघाट
- राजघाट पर पीएम मोदी ने किया जी20 के नेताओं का स्वागत
- विदेश मेहमानों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अर्पित की श्रद्धांजलि
- सभी ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
- पीस वॉल पर सभी ने किये हस्ताक्षर
- यूके के पीएम सुनक पहुंचे अक्षरधाम मंदिर
जी20 शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री United Kingdom Prime Minister ऋषि सुनक ने दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर पहुंचे। यूके के पीएम सुनक बारिश के बीच अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने भारतीय रीति-रिवाज के अनुसार भगवान स्वामी नारायण के दर्शन किए। बता दें जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत पहुंचने पर ऋषि सुनक ने कहा था कि उन्हें इस पर गर्व है वे हिंदू हैं। उन्होंने कहा उनका पालन-पोषण भारत में ही हुआ है। वे बेंगलुरू में रहे हैं। उनकी पत्नी अखता मूर्ति भी बेंगलुरू में रही है। उनका ससुराल भी यही हैं। दिल्ली में वे भी रहते थे। हमने हाल ही में रक्षाबंधन का त्योहार भी मनाया है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक यहां रहेंगे तो वे मंदिर जा सकते हैं। बता दें कि ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भारतीय बिजनेसमैन और इंफोसिस के मालिक नारायण मूर्ति की बेटी हैं।
ऋषि सुनक के पहुंचने पर पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
ऋषि सुनक की मंदिर यात्रा के चलते दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। दिल्ली पुलिस ने उनकी यात्रा को देखते हुए मंदिर के आसपास की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया। साथ ही रास्तों पर बैरिकेंडिंग भी लगाई गई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ब्रिटेन के पीएम की यात्रा के समय पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। बता दें अक्षरधाम मंदिर स्वामीनारायण का मंदिर है। इस मंदिर को अक्षरधाम के नाम से जाना जाता है। यहां सनातक संस्कृति से जुड़े साहित्य के साथ संस्कृतियों और कलाकृतियों की मनमोहक झलक देखने को मिलती है। यह मंदिर यमुना नदी से थोड़ी ही दूरी पर बना हुआ है।