पाकिस्तान अपनी घटिया हरकतों के कारण भुखमरी के दौर से गुजर रहा है। गृहयुध्द जैसे हालात हैं। दंगे फसाद से जूझ रहे पाकिस्तान में राजनैतिक उथल पुथल मची हुई है।इसके बाद भी पाकिस्तान भारत के खिलाफ आए दिन षड़यंत्र रचता है। कश्मीर में हो रहे जी-20 समिट को लेकर भी पाकिस्तान बेचैन है। कुछ न कुछ हरकत करने का प्रयास करता है। लेकिन भारत के बहादुर सैनिक उसके नापाक मंसूबों पर पानी फेरने में देर नहीं करते हैं।
पाकिस्तान ने बनाए फर्जी हैशटैग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को खबर मिली है कि पाकिस्तान ने जी-20 की बैठक शुरु होने से पहले, एंटी जी-20 प्रोपागांडा फैलाने के लिए सौ से ज्यादा फर्जी हैशटैग तैयार किए हैं। हमारी खुफिया एजेंसियों ने ऐसे करीब 500 मोबाइल नंबरों की पहचान की है जिनका मकसद सिर्फ कश्मीर में प्रोपेगेंडा फैलाना है। इन नंबरों के माध्यम से या तो व्हाट्सएप संदेश आते हैं, या फिर लोगों के पास गुमनाम कॉल आती है। सूत्रों की माने जी-20 की बैठक और भारत सरकार का विरोध करने के लिए पाकिस्तान द्वारा निर्देश दिए जा रहे हैं। यही नहीं श्रीनगर के कई इलाकों में लोगों को भड़काने के लिए पोस्टर लगाने की साजिश की जा रही है। विरोध प्रदर्शन की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से देने की कोशिशें हो रहीं है। इसका मकसद सिर्फ भारत के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए जी-20 बैठक को लेकर तमाम तरह की भ्रामक और गलत जानकारियां पहुंचाने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा है।
जल,थल और नभ से कड़ा पहरा
कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद यहां पहली बार जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप अहम बैठक हो रही है। जिसमें जी-20 देशों के 60 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। श्रीनगर में बैठक से पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। एनएसजी की ड्रोन-रोधी टीमें आसमान से निगरानी कर रही हैं। नौसेना के मरीन कमांडो डल झील पर गश्त कर रहे हैं और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी जमीन पर सख्त पहरा दे रहे हैं। घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हो सके। तीन दिवसीय जी20 की टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक के लिए श्रीनगर शहर को सजाया गया है।श्रीनगर हवाईअड्डे से शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के बैठक स्थल तक के मार्ग को दीवारों पर जी20 का लोगो लगाया गया है और प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए बड़े पैमाने पर होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
भारत के लिए अवसरों से भरी है बैठक
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह बैठक दुनिया के सामने खुद को प्रदर्शित करने के लिए जम्मू-कश्मीर के लिए एक अवसर है। भारत के जी 20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रंगला ने कहा कि जी 20 की इस बैठक से घाटी में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी। कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन के महासचिव बशीर अहमद का कहना है कि जी 20 पर्यटन बैठक श्रीनगर में होना अपने आप में गौरव की बात है। दुनिया के लिए बड़ा संदेश हो गा कि कश्मीर एक शांतिपूर्ण जगह है।