भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूसरा प्रधान सचिव नियुक्त कर दिया गया है। शक्तिकांत दास करीब छह साल तक आरबीआई के गर्वनर रहे हैं। पिछले साल दिसंबर 2024 में वे अपना कार्यकाल पूरा करते हुए पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
- RBI के पूर्व गवर्नर हैं शक्तिकांत दास
- दास को मिली बड़ी जिम्मेदारी
- शक्तिकांत दास PM मोदी के प्रधान सचिव नियुक्त
- RBI के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास
- दिसंबर 2024 में हुए थे RBI गवर्नर पद से रिटायर
रिजर्व बैक ऑफ इंडिया RBI के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास अब पीएमओ में प्रधान सचिव होंगे। आरबीआई गवर्नर के रूप में 6 साल तक अपनी सेवाएं देने के बाद शक्तिकांत दास पिछले साल 2024 के दिसंबर में सेवानिवृत्त हुए थे। इसके कुछ महीने बाद अब उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। बता दें फिलहाल प्रमोद कुमार मिश्रा पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी-1 हैं। इनके साथ ही अब शक्तिकांत दास प्रधान सचिव-2 की भूमिका में निभायंगे। बता दें शक्तिकांत दास भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1980 बैच के रिटायर्ड के अधिकारी हैं।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति ACC की ओर से कहा गया कि शक्तिकांत दास की नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ-साथ या अगले आदेश तक जो भी पहले हो तक रहेगी। एसीसी के इस आदेश में कहा गया है कि वे प्रधानमंत्री-1 के प्रधान सचिव डॉ.पीके मिश्रा के साथ प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के तौर पर काम करेंगे।
दास 6 साल रहे RBI के गवर्नर
शक्तिकांत दास को दिसंबर 2018 से छह साल तक आरबीआई प्रमुख रहे हैं। उनके पास करीब चार दशकों तक शासन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक काम करने का अनुभव है। दास ने उद्योग,वित्त, टैक्सेशन, बुनियादी ढांचे आदि कई क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में अहम पदों पर काम किया है। आरबीआई में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान दास ने वहां भी कई महत्वपूर्ण चुनौतियों से पार दिलाया। जिसमें कोविड-19 की महामारी के दौर में आर्थिक नतीजे और रूस-यूक्रेन युद्ध का प्रभाव भी शामिल था।
शक्तिकांत दास ने अपने छह साल के आरबीआई गवर्नर के कार्यकाल के अंतिम 4 साल के दौरान आर्थिक वृद्धि को 7 प्रतिशत से अधिक बनाए रखने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। साल 1980 बैच के आईएएस अधिकारी रहे शक्तिकांत दास राजस्व विभाग और आर्थिक मामलों के विभाग में बतौर सचिव भी रह हैं। आरबीआई से सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें 15वें वित्त आयोग का मेंबर बनाया था और भारत का जी20 शेरपा भी नियुक्त किया गया था।
अब अपने अंतिम चरण पर है। कुंभ जाने वालों की भीड़ हर शहर के रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर पहले से अधिक संख्या में दिखाई दे रही है। श्रद्धालु इस महाकुंभ के अंतिम दिनों में स्नान करने के लिए निकल पड़े हैं, जो रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों से जाने को कटनी जंक्शन पहुंच रहे हैं।
प्रकाश कुमार पांडेय