राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट ने एक बार फिर अपने बगावती तेवर दिखाए हैं। सचिन पायलट ने राजस्थान में पेपरलीक और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कार्रवाई न होने पर सवाल खड़े किये हैं। बिना नाम लिए सीएम अशोक गहलोत को निशाने पर लिया है। पायलट ने कहा प्रदेश आज में कहीं लूटपाट और भ्रष्टाचार होता है तो उसके खिलाफ उन्हें आवाज उठाना पड़ेगी।
- सचिन पायलट ने साधा भ्रष्टाचार को लेकर निशाना
- बिना गहलोत का नाम लिये साधा निशाना
- कहा—भ्रष्टाचार के खिलाफ करना होगी आवाज बुलंद
- ‘दीमक की तरह भ्रष्टाचार खा रहा’
- ‘ईमानदार लोगों को संभालना होगी जिम्मेदारी’
- ‘स्वच्छ छवि के लोगों को राजनीति में आना होगा’
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। हो सकता है कुछ लोगों को उनकी यह बात पसंद न आई हो, लेकिन वे इसकी परवाह नहीं करते हैं। पायलट ने कहा भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें सचिन पायलट शनिवार को मंत्री हेमाराम चौधरी के बेटे की याद में बनाए छात्रावास का लोकार्पण करने बाड़मेर पहुंचे थे। छात्रावास के लोकार्पण के बाद जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने कहा दीमक की तरह भ्रष्टाचार खा रहा है। सादगी,ईमानदारी और अच्छे आचरण वाले, स्वच्छ छवि वाले लोग राजनीति में आएंगे। महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभलेंगे। सचिन पायलट ने कहा कोई पद हो, अच्छे लोगों का चयन करना है। स्वच्छ छवि के लोगों को राजनीति में आना होगा।
पेपरलीक पर कार्रवाई में देरी क्यों
पायलट ने कहा पेपरलीक पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके मुद्दे पर उन्होंने कहा हमारे बच्चे कई साल तक मेहनत करते हैं। उनके माता पिता पेट काटकर बच्चों को पढ़ाते हैं। बच्चे परीक्षा देते हैं। लेकिन इससे पहले पेपरलीक हो जाता है। कई बार पेपर कैंसिल हो जाता है। सचिन ने कहा उस पर कार्रवाई करने में इतना बिलंब क्यों होता है? न्याय दिलाने में इतनी तकलीफ क्यों होती है? पायलट ने कहा क्योंकि उन कुर्सियों पर वह लोग नहीं बैठे जो यहां से निकल कर गए हैं। ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर जाने वाले लोग जिम्मेदारी वाली जगह पर नहीं हैं। जिम्मेदारी वाली उन कुर्सियों पर इस तरह के लोग नहीं बैठे जिनके दिल में दर्द हो, जिन्हें 10 और 15 हजार रुपये क्या होते हैं यह पता हो।
याद आई पिता स्वर्गीय राजेश पायलट की कही बात
सचिन पायलट ने कहा स्वर्गीय पिता अक्सर कहते थे कि जिस दिन फैसला करने वाली अहम इन कुर्सियों पर गरीब और किसान के बच्चे बैठेंगे, समझ लेना उस दिन तो सभी जरुरत मंदों के काम आसानी से और अपने आप हो जाएंगे। दरअसल आंकड़ों के जाल में फंसाकर काम में अड़चन डाली जाती है। काम लटकाए जाते हैं। गांव में रहने वाले बच्चे को मालूम है कि किसानी की क्या चुनौतियां हैं?। पायलट ने कहा जिसे जानकारी नहीं कि किसान और आम आदमी का संघर्ष किस तरह का और कैसा है, वह उनकी समस्याओं का हल नहीं कर सकता।
हेमाराम जो कहते हैं मैं वही करता हूं
पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने राज्य के मंत्री हेमाराम चौधरी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कहा मंत्री हेमाराम चौधरी अनुभवी हैं। कई पदों पर रहे, लेकिन इनके दामन बेदाग है, कोई इन पर आरोप लगा। इनका कुर्ता आज भी सफेद ही है। सचिन ने कहा हेमाराम जो भी बोल देते हैं। वे उसे पूरा करते हैं वहीं करते हैंं। पायलट ने सियासत में सुझाव और राय देने वाले बहुत सारे लोग होते हैं। जब सब तरफ से सुझाव आ जाते हैं। वे सबकी सुन लेते हैं। इसके बाद वे हेमाराम से बात करते हैं। उन्हें फोन करते हैं कि अब क्या करना है। हम दोनों की ट्यूनिंग बैठी हुई है। वे वही करते हैं जो हेमाराम सुझाव देते हैं। उन्होंने कहा हमारी जाति क्या होगी। हम कहां पैदा होंगे? यह हमारे हाथ में नहीं है। जिम्मेदारी ओर होश संभालने के बाद हम कैसा व्यवहार करते हैं बर्ताव करते हैं। उसी पर सब कुछ निर्भर भी करता है।
पायलट के साथ पहुंचे चार मंत्री और 15 विधायक
बता दें मंत्री हेमाराम चौधरी के बेटे की याद में बनाए गए छात्रावास का लोकार्पण समारोह उल्लास के साथ मना गया। इस समारोह में एक साथ चार मंत्री और पन्द्रह विधायक शामिल हुए थे। जिसमें ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा, परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला और कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा शामिल हैं। वहीं राजस्थान के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीमाधोपुर निर्वाचन क्षेत्र से एमएलए दीपेंद्र सिंह शेखावत के साथ पंजाब कांग्रेस प्रभारी बायतु सीट से विधायक हरीश चौधरी मौजूद रहे। इसके अलावा बांदीकुई विधायक गजराज खटाना, नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी, बसेड़ी सीट से विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा,,चाकसू सीट से विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, दांतारामगढ़ विधायक वीरेंद्र सिंह चौधरी, बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया, देवली-उनियारा विधायक हरीश मीना, मसूदा विधायक राकेश पारीक, टोडाभीम विधायक पीआर मीणा और विराटनगर विधायक इंद्राज गुर्जर कार्यक्रम में शामिल हुए।