MP बना सोने की खदान : आयकर विभाग की कार्रवाई में मध्यप्रदेश में मिल रहा इतना सोना कि आप भी कहेंगे…सोना कितना सोना है…!

First major action of Income Tax Department in 2025 Two big BJP leaders involved in transaction of 19 kg gold worth crores

कहा जाता है कि आजादी के पहले भारत सोने की चिड़िया कहा जाता था। अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर भारत के स्वर्ण भंडार लूट लिये। लेकिन पिछले ​कुछ महिनों से मध्यप्रदेश में जांच एजेंसियों की छापामार कार्रवाई में जिस तरह से सोना निकल रहा है उससे तो लगता है मध्यप्रदेश आज भी सोने की चिड़िया है।

साल 2025 में आयकर विभाग की पहली बड़ी कार्रवाई की बात करें तो बीजेपी के दो बड़े नेताओं के घर से 19 किलो सोना, करोड़ों के लेनदेन, जमीन के दस्तावेज और घर में मिले मगरमच्छ ने आयकर विभाग की टीम को सकते में डाल दिया। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के बाद सागर में बीजेपी के दो बड़े नेता धनकुबेर निकले। जिसके बाद अब सियासत भी तेज हो गई है।

धनकुबरे निकले भाजपा के ये नेता

दरअसल सागर में आयकर विभाग ने भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर और भाजपा के ही पूर्व पार्षद राजेश केशवानी के ठीकानों पर छापामार कार्रवाई की थी। आईटी विभाग की कार्रवाई तीन दिन तकजारी रही। इस कार्रवाई में अब तक 150 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। इसके साथ ही बीजेपी के इन नेताओं के पास 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का भी खुलासा आयकर विभाग की टीम ने किया है। यहां पर टैक्स चोरी नहीं मनी लॉन्ड्रिंग और शराब के साथ कंस्ट्रक्शन और बीड़ी कारोबार से जुड़ा मामला सामने आया है।

14 किलो सोना नगदी 3.8 करोड़ मिले

बीजेपी के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के आलिशान बंगले से आयकर विभाग की टीम ने 14 किलो सोना और 3.8 करोड़ रुपये नकद जब्त किये हैं। इसके अतिरिक्त उनके बंगले में बने तालाब से तीन मगरमच्छ भी मिले हैं। राठौर परिवार अब तक यह नहीं बता सका है कि उसने मगरमच्छ क्यों पाले थे। जबकि सागर का यह राठौर परिवार बीड़ी का बड़ा कारोबारी है और राजनीति में भी उनका दबदबा है।

140 करोड़ के लेनदेन का किया खुलासा

आयकर विभाग की टीम को भाजपा के ही पूर्व पार्षद राजेश केशरवानी के ठीकानें से करीब 140 करोड़ से ज्यादा के नकद लेनदेन को उजागर किया है। वहीं सात बेनामी लग्जरी कारें और लगभग 4 किलो 700 ग्राम सोना जब्त किया है। केशरवानी परिवार के पास से मिली 7 लग्जरी कारें वे किसी और के नाम पर खरीदी गई थीं। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि राठौर परिवार ने मनी लॉन्ड्रिंग ही नहीं हवाला और कंस्ट्रक्शन के कारोबार से यह करोड़ों की संपत्ति बनाई है। फिलहाल दस्तावेजों की जांच चल रही है।

सौरभ शर्मा के ठीकानों से मिला काली कमाई का खाजाना

अब बात करते हैं गुजरे साल 2024 में आयकर विभाग अंतिम और सबसे बड़ी कार्रवाई की। जिसमें आयकर विभाग और लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए काली कमाई का खजाना खोज निकाला था। भोपाल के जंगल में खड़ी लावारिस कार से 52 किलो सोना मिला तो वहीं 11 करोड़ केश भी जब्त किया गया। वे मध्यप्रदेश परिवाहन विभाग का पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा करोड़पति निकला है। सौरभ शर्मा और उसके साथी चेतन गौर पर लोकायुक्त छापे के दौरान बड़ी संख्या में संपत्ति के दस्तावेज मिले। नगद राशि और सोना, चांदी, महंगे आइटम, जमीन के दस्तावेज जब्त किये गये। जिसकी अनुमानित कीमत 300 करोड़ से अधिक आंकी गई है। भोपाल में लोकायुक्त की छापेमारी के दौरान परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर से 40 किलो चांदी और नोटों के बंडल भी बरामद किये गये थे। इस तरह मध्य प्रदेश में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापामारी कर एक बड़े काले धन के नेटवर्क का पर्दाफाश किया था।

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