5 मई को बुध्द पूर्णिमा के मौके पर साल का पहला चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहा हैं. यह ग्रहण स्वाति नक्षत्र में तुला राशि पर पड़ेगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे 15 मिन की होगी. ग्रहण रात के 8 बजकर 44 मिनट को प्रारंभ होगा और मध्य रात्रि करीब 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगा. आपको बता दें कि यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा जिसके चलते इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू हो जाता हैं. चलिए जानते हैं साल 2023 के पहले चंद्र ग्रहण का किन किन राशियों पर शुभ असर होने वाला है.
इन राशियों के लिए ग्रहण शुभ
1. मिथुन
मिथुन राशि वाले जातकों के लिए साल का प्रथम चंद्र ग्रहण बड़ा फलदायी होगा. आपको परिवार में शुभ सूचना मिल सकती हैं, लेकिन जल्दबाजी न करें. जल्दबाजी करने से आपके काम भी बिगड़ सकते हैं.ग्रहण के दिन आपका अपने किसी परिचित से मनमुटाव हो सकता है, इसलिए संयम बनाएं रखें.
2. मकर
मकर राशि वाले लोगों को ग्रहण आर्थिक रूप से मजबूत करेगा. आपको किसी तरह का बड़ा धन लाभ हो सकता है. लंबे समय से नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को सफलता मिलेगी. अटका हुआ धन आपको वापस मिलेगा.
3. कन्या
चंद्र ग्रहण का सबसे अधिक लाभ कन्या राशि के लोगों को मिलेगा. आपकी सारी समस्याएं दूर होगी, बिजनेस में लाभ होगा. नौकरी में पदोन्नती के योग है, नई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं. परिवार की सेहत ठीक रहेगी.
4. सिंह
सिंह राशि वाले लोगों को किसी तरह की खुशखबरी मिलने वाली हैं. धन प्राप्ति के योग है.इस समय निवेश करने से आपको बहुत अधिक फायदा हो सकता हैं.धैर्य बनाएं रखें और सोच समझकर फैसले लें.
तुला राशि वाले रहे सतर्क
साल का पहला चंद्रग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में लगेगा. इसलिए तुला राशि वाले लोगों को आने वाले दिनों में अधिक सतर्क रहने की जरूरत हैं. सतर्क न रहने पर तुला राशि वाले लोगों को दुष्परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं.
मंदिरों के खुलेंगे कपाट
ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा जिसके कारण भारत में सूतक नहीं लगेगा. सूतक न लगने के चलते मंदिरों के कपाट खुलें रहेंगे और धार्मिक कार्य चलते रहेंगे. चंद्र ग्रहण के दौरान आप अपने सारे शुभ कार्य भी कर सकते हैं.
किन देशों में दिखेगा ग्रहण
साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. यह यूरोप, मध्य एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, और हिंद महासागार के हिस्सों में दिखाई देगा. भारत में न दिखने के कारण इसका सूतक नहीं लगेगा. साल का यह पहला चंद्रगहण एक उपछाया चंद्रग्रहण होगा. उपछाया यानि चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया सिर्फ एक तरफ. इस प्रकार के ग्रहण हर जगह नहीं देखा जाता है. आपको बता दें कि इससे पहले साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था.