श्योपुर।नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में शामिल 5 साल की मादा चीता साशा की श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में मौत हो गई। वह किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। सोमवार की सुबह वह जंगल में मृत पाई गई। 17 सितंबर को पीएम मोदी ने बाडे़ में छोड़े थे चीते
-पीएम ने छोड़़े थे 8 चीते
-इन्हीं में शामिल थी साशा
-साशा की मौत से चीतों की संख्या घटी
बता दें 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आठ चीते लाए गए। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाड़े में छोड़ा था। उनमें साशा भी शामिल थीं। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का एक और जत्था कूनो लाया गया था।
वन विभाग ने की पुष्टि
वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया की माने तो मादा चीता सुबह मृत पाई गई। यह नहीं कहा जा सकता कि उसकी मौत कब हुई। वन एवं पशु चिकित्सकों की टीम भोपाल से कूनो पहुंची है। तीन मादा चीतों सवाना, साशा और सियाया को पिछले साल 28 नवंबर को कूनो नेशनल पार्क के बड़े अहाते के कंपार्टमेंट नंबर 5 में छोड़ा गया था। सभी मादा चीते एक साथ शिकार कर रही थीं।
जनवरी में भी बीमार पड़ गई थी साशा
23 जनवरी को चीता साशा बीमार हो गई थी। उसके इलाज के लिए पशु चिकित्सकों की टीम भोपाल से कूनो पहुंची थी। डॉक्टरों को उसकी किडनी में इंफेक्शन पाया गया था। भोपाल से पहुंची डॉक्टरों की टीम ने मादा चीता को अपनी देखरेख में लिया और उसका इलाज किया। इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ था, लेकिन उसने 27 मार्च को दम तोड़ दिया।
चीतों की संख्या घटकर हुई 19
बता दें दूसरे चरण में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे। 18 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें कूनो के बाड़े में छोड़ा था। इसके बाद कूनो में चीतों की संख्या 20 हो गई थी। लेकिन साशा की मौत के बाद यह संख्या घटकर 19 रह गई है।